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Resource centre on India's rural distress
 
 

हिंदी में रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों के लिए फ़ेलोशिप

पत्रकार की ज़िम्मेदारी है कि वह समाज में हो रहे बदलावों और उथल-पुथल पर बारीक नज़र रखें. घटनाओं की रिपोर्टिंग करने के साथ-साथ उसकी तह तक पहुंचे. तहकीक़ात करें. जनता के मुद्दों और समावेशी लोकतंत्र के ज़रूरी विषयों को टटोलें. नागरिक अधिकार, मानवाधिकार और मौलिक अधिकार जैसे सवालों पर चौकस रहे. सरकार की नाकामियों को शिद्दत के साथ उजागर करें. सवाल करें. स्वास्थ्य, खेती-किसानी और राजनीति से लेकर पर्यावरण के क्षेत्र में घट रही अहम घटनाओं को सार्वजनिक करें.

इस काम में स्वतंत्र पत्रकारों की मदद के लिए भारतीय प्रतिष्ठान (NFI) मीडिया फ़ेलोशिप की तीसरी कड़ी पेश कर रहा है.

अब तीसरे राउंड में एनएफआई हिंदी के 30-35 स्वतंत्र पत्रकारों को ये मौक़ा देना चाहती है, जिसमें से 10 फ़ेलोशिप हिंदी में मल्टीमीडिया रिपोर्टिंग करने लिए है. मल्टीमीडिया रिपोर्ट्स के प्रकाशन के लिए एनएफआई ने क्विंट हिंदी के साथ पार्टनरशिप की है.

इस फ़ेलोशिप की पहली कड़ी में NFI ने देश के 21 बेहतरीन पत्रकारों को चुना. आप उनके और उनके काम के बारे में यहां पढ़ सकते हैं.

दूसरी कड़ी में अंग्रेज़ी और मलयालम के 36 पत्रकारों को NFI ने यह मौक़ा दिया. अंग्रेज़ी में रिपोर्टिंग के लिए चुने गए फ़ेलोज़ के बारे में जानकारी और उनके स्टोरीज़ के लिए यहाँ क्लिक करें, मलयालम के लिए यहाँ क्लिक करें. मलयालम में मीडिया फ़ेलोशिप के लिए हमने Azhimukham के साथ पार्टनरशिप की थी.

फ़ेलोशिप में क्या-क्या शामिल है?

चुने गए हर फ़ेलो को NFI 1000-1500 शब्दों की एक स्टोरी या 5-7 मिनट की मल्टीमीडिया स्टोरी के लिए 30,000 रुपए की ग्रांट देता है. फ़ेलो से उम्मीद की जाती है कि वह प्रस्तावित विषय पर एक महीने के भीतर यह रिपोर्टिंग करे.

ज़रूरत पड़ने पर बेहतर रिपोर्टिंग करने के तौर-तरीक़े समझाने के लिए चुने गए फ़ेलो को किसी वरिष्ठ पत्रकार से दिशा-निर्देश भी मुहैया कराये जाये हैं.

फ़ेलो का चयन किस तरह होता है?

स्टोरी आईडिया और पिछले काम के आधार पर प्रख्यात पत्रकारों वाली NFI की ज्यूरी फ़ेलो का चयन करती है.

वंचित पृष्ठभूमि और सुदूर क्षेत्रों के आवेदकों को तवज्जो दी जाती है.

आवेदन की तारीख़ ख़त्म होने के 3 हफ़्ते के अंदर चुने गए फ़ेलो के नाम की घोषणा कर दी जाती है. सफल उम्मीदवारों को ईमेल और NFI की वेबसाइट पर इसकी सूचना दी जाती है.

टेक्स्ट फ़ेलोशिप के बारे में अधिक जानकारी, अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब और आवेदन के लिए यहां क्लिक करें। अगर आप मल्टीमीडिया फ़ेलोशिप के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो उससे जुड़े सवालों के जवाब और आवेदन के लिए यहाँ क्लिक करें

*स्वतंत्र पत्रकार की परिभाषा

निम्नलिखित 'स्वतंत्र पत्रकार' की हमारी कार्य परिभाषा में आते हैं:

# आप एक "कामकाजी पत्रकार", जिसका प्राथमिक व्यवसाय और आजीविका का स्रोत पत्रकारिता है. लेकिन आप किसी भी संगठन द्वारा वेतनभोगी कर्मचारी के लाभों के साथ पूर्णकालिक आधार पर कार्यरत नहीं हैं.

या,

आप एक पत्रकारिता कॉलेज से पास-आउट हैं और किसी मीडिया संगठन या किसी अन्य प्रकार के संगठन द्वारा पूर्णकालिक रूप से नियोजित नहीं हैं.

* कृपया फेलोशिप एप्लिकेशन (पाठ्य-आधारित कहानियों) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों तक पहुंचने के लिए यहां क्लिक करें.

पाठ-आधारित कहानियों के लिए फेलोशिप फॉर्म तक पहुंचने के लिए कृपया यहां क्लिक करें.

* कृपया मल्टीमीडिया फेलोशिप एप्लिकेशन से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों तक पहुंचने के लिए यहां क्लिक करें.

मल्टीमीडिया कहानियों के लिए फेलोशिप फॉर्म तक पहुंचने के लिए कृपया यहां क्लिक करें.

अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें: http://nfi.org.in/fellowships

Image Courtesy: National Foundation for India website