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लांसेट में छपी स्टडी के अनुसार सुरक्षित है कोवैक्सीन, कम से कम 3 महीने रह सकता है इम्यून रेस्पॉन्स

-द प्रिंट,

मंगलवार को प्रकाशित हुई एक स्टडी में दावा किया गया है कि कोविड टीका कोवैक्सीन से पैदा हुआ इम्यून रेस्पॉन्स कम से कम तीन महीने तक रहता है और वैक्सीन की दो खुराकों के बीच 14 दिन की बजाय 28 दिन का अंतराल ज़्यादा कारगर रहता है.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और भारत बायोटेक के रिसर्चर्स द्वारा की गई और लांसेट इनफेक्शियस डि
़ीज़ेज़
 पत्रिका में छपी, इस स्टडी में वैक्सीन के दूसरे दौर के अंतरिम नतीजे पेश किए गए हैं और साथ ही पहले दौर के ट्रायल प्रतिभागियों के 3 महीने के फॉलो-अप का विश्लेषण भी किया गया है.

हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक और आईसीएमआर के सहयोग से विकसित की गई कोवैक्सीन, भारत की पहली स्वदेशी कोविड वैक्सीन है.

पहले और दूसरे दौर के ट्रायल्स

फेज़ 1 ट्रायल्स के दौरान प्रतिभागियों को चार समूहों में बांटा गया और हर एक समूह को वैक्सीन के अलग-अलग फॉर्मूले दिए गए. पहले ग्रुप को 3 μg और उसके साथ एलजेल-आईएमडीजी नामक एक एडजूवांट दिया गया, दूसरे ग्रुप को एलजेल-आईएमडीजी के साथ 6 μg दिए गए, तीसरे ग्रुप को खाली एलजेल के साथ 6 μg दिए गए. स्टडी में कहा गया कि आखिरी ग्रुप को बिना वैक्सीन के सिर्फ एलजेल दिया गया.

एडजूवांट एक ऐसा पदार्थ होता है, जो वैक्सीन के प्रति इम्यून रेस्पॉन्स को बढ़ाता या नियंत्रित करता है.

फेज़ 1 ट्रायल वैक्सीनेशन कार्यक्रमों के लिए दो सबसे उपयुक्त फॉर्मूले चुनने की मंशा से किया गया था. स्वीकार्य सुरक्षा परिणामों और इम्यून रेस्पॉन्स के हिसाब से, आगे फेज़ 2 के ट्रायल के लिए 3 μg के साथ एलजेल-आईएमडीजी और 6 μg के साथ एलजेल-आईएमडीजी के फॉर्मूलों का चयन किया गया.

इसके अलावा, पहले फेज़ में 14 दिन के अंतराल से वैक्सीन की दो खुराकें दी गईं. लेकिन दूसरे फेज़ में दोनों खुराकों के बीच का अंतराल बढ़ाकर 28 दिन कर दिया गया.

दूसरे दौर के ट्रायल का उद्देश्य 3 μg के साथ एलजेल-आईएमडीजी और 6 μg के साथ एलजेल-आईएमडीजी वाले समूहों के बीच अंतर का अध्ययन करना था.

वैक्सीन दिए गए 380 वयस्कों तथा किशोरों के आंकड़ों से पता चला कि वैक्सीन इम्यून रेस्पॉन्स को बढ़ा देती है. इसके अलावा, तटस्थ करने वाला रेस्पॉन्स- जिसमें वायरस को बीमारी फैलाने से रोक दिया जाता है, उस समय कहीं अधिक था, जब दो खुराकों के बीच के अंतराल को बढ़ाकर 28 दिन कर दिया गया.

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