Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/covid-19-bihar-government-quarantine-centres-nitish-kumar.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच क्वारंटीन सेंटर क्यों बंद कर रही है बिहार सरकार? | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच क्वारंटीन सेंटर क्यों बंद कर रही है बिहार सरकार?

-द वायर,

बिहार सरकार ने 15 जून तक बिहार में संचालित हो रहे सभी क्वारंटीन सेंटर्स को बंद करने की घोषणा की है. बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि कंटेनमेंट जोन में जो क्वारंटीन सेंटर हैं, वे पूर्ववत ही चलेंगेे, लेकिन अन्य क्वारंटीन सेंटर बंद कर दिए जाएंगे.

इससे पहले 31 मई को बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव अमृत प्रत्यय ने सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखकर कहा था, ‘राज्य में चल रहे आपदा राहत केंद्रों व सीमा आपदा राहत केंद्रों को 3 जून के प्रभाव से बंद किया जाएगा.’

पत्र में आगे लिखा गया है, ‘सभी राज्यों को 1 जून तक श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से बचे हुए प्रवासी मजदूरों को भेजने का अनुरोध पत्र भेजा गया है. अतः 1 जून अथवा उसके बाद के श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आए यात्रियों को प्रखंड क्वारंटीन कैंप में रखा जाएगा, लेकिन किसी भी हालत में ये कैंप 15 जून तक ही कार्यरत रहेंगे.’

‘चूंकि 1 जून से सामान्य रूप से रेलगाड़ियों का परिचालन और सार्वजनिक परिवहन प्रारंभ रहेगा अतः श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आ रहे यात्रियों के अलावा किसी अन्य साधन से आ रहे लोगों का प्रखंड स्तरीय पंजीकरण 1 जून के बाद नहीं होगा’, ऐसा इस पत्र में लिखा गया है.

क्वारंटीन सेंटरों को बंद करने के पीछे आधिकारिक तौर पर बहुत ठोस वजहें नहीं बताई गई हैं. अलबत्ता सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि जितने लोगों को आना था, आ चुके हैं.

लेकिन, पिछले दो-तीन दिनों के आंकड़े बताते हैं कि मजदूरों का आना बदस्तूर जारी है. 1 जून तक आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से संचालित हो रहे क्वारंटीन सेंटरों में 14,24,548 लोग पंजीकृत थे, जो 3 जून को बढ़ कर 15,93,800 हो गए, यानी कि तीन दिनों में 79,252 मजदूर-कामगार दूसरे राज्यों से बिहार लौटे हैं.

ट्रेनों के अलावा लोग सड़क मार्ग से भी बिहार लौट रहे हैं, लेकिन सीमावर्ती जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से बनाए गए कैंप्स को हटा लिए जाने से लोगों को घर तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है, क्योंकि उन्हें गंतव्य के लिए वाहन नहीं मिल रहे हैं.

जब कैंप थे, तो स्क्रीनिंग के बाद सरकार वाहनों से उन्हें उनके गृह जिलों में भेज देती थी. ऐसे में सरकार किस आधार पर ये कह रही है कि अब लोग बिहार नहीं लौट रहे हैं?

पूरी रपट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.