Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/journalist-maria-ressa-nobel-prize-lecture.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | मारिया रेसा : 'आप सत्य के लिए क्या बलिदान कर सकते हैं?' | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

मारिया रेसा : 'आप सत्य के लिए क्या बलिदान कर सकते हैं?'

-न्यूजलॉन्ड्री,

सम्माननीय महाराज, राज परिवार के सदस्य, नॉर्वे की नोबेल कमेटी के सम्मानीय सदस्य, मौजूद महामहिम और सम्माननीय अतिथि गण.

मैं आपके सामने दुनिया के हर पत्रकार की प्रतिनिधि बनकर खड़ी हूं जिसे डटे रहने, अपने मूल्यों और अभियान के प्रति ईमानदार रहने के लिए बहुत कुछ बलिदान करना पड़ता है. ताकि हम सत्ता की जवाबदेही तय कर सकें और आप तक सच ला सकें. मुझे याद है जमाल खशोगी का क्रूरता से टुकड़े-टुकड़े किए जाना, माल्टा में डैफनी कारूआना गालीजिया की हत्या, वेनेजुएला में लज मेली रेयेस, बेलारूस में रोमन प्रोतसेविच (जिनको गिरफ्तार करने के लिए उनका हवाई जहाज अगवा कर लिया गया), हांगकांग की जेल में सड़ते जीमि लाए और सनी स्वे, जिन्होंने सात साल से अधिक समय जेल में बिताने के बाद बाहर आकर फिर से एक समाचार संस्था शुरू कर दी. अब वो म्यांमार से वे पलायन के लिए मजबूर हैं. और मेरे अपने देश में 23 वर्षीय फ्रेंची मे कम्पियो, जो लगभग दो साल से जेल में हैं और 36 घंटे पहले खबर मिली कि मेरे पुराने साथी जेस मालाबनन को गोली मार दी गई.

हमें सुरक्षित रखने और काम करते रह पाने के लिए धन्यवाद के पात्र बहुत सारे लोग हैं. प्रेस की स्वतंत्रता रक्षा कर रहे #HoldTheLine समूह जिसमें 80 से ज्यादा देशों के संगठन हैं, और तमाम मानवाधिकार संस्थाएं जो घटनाओं पर प्रकाश डालने में हमारी मदद करते हैं. आपके लिए भी इसकी कीमत है: फिलीपींस में, वकील कहीं ज्यादा संख्या में मारे गए हैं. 2016 में राष्ट्रपति रोड्रिग ड्यूटेरटे के पदस्थ होने के बाद 22 पत्रकारों की तुलना में 63 वकीलों की हत्या हुई है. कैरापाटैन, जो हमारे #CourageON मानवाधिकार गठबंधन का हिस्सा हैं, के 16 लोगों की हत्या हुई है और सीनेटर लीला डे लीमा जेल में अपना पांचवा साल बिता रही हैं, क्योंकि उन्होंने सवाल करने की जुर्रत की थी. या फिर ABS-CBN, हमारा सबसे बड़ा प्रसारक, वह न्यूज़रूम जिसका कभी वे नेतृत्व करती थीं, और जिसने पिछले साल काम करने से रोक दिया गया.

मैंने जनवरी में 10 पूरा करने जा रहे रैपलर नाम के एक स्टार्टअप की शुरुआत करने में उनकी मदद की थी. दुनिया में जो भी गलत हो रहा है, उस सिक्के के दोनों पहलुओं को एक साथ दिखा पाने का यह हमारा प्रयास था. 21वीं सदी के लिए कानून और जनतांत्रिक दृष्टिकोण दोनों की अनुपस्थिति से निपटने के लिए. यह सिक्का हमारे सूचना तंत्र को दर्शाता है, जो हमारी दुनिया की बाकी सभी चीजों को निश्चित करता है.

पुराने पहरेदार यानी पत्रकार, इस सिक्के का एक पहलू हैं. दूसरा पहलू तकनीक है, जिसने अपनी लगभग ईश्वरीय ताकत से हम सबको झूठ के वायरस से संक्रमित कर दिया है, हमें एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर हमारे डर, क्रोध और नफरत को बाहर ले आया है और पूरे विश्व में सत्तालोभी शासकों और निरंकुश तानाशाहों के उदय के लिए मंच तैयार कर दिया है.

हमारी आज की सबसे बड़ी आवश्यकता उस नफरत और हिंसा को बदलना है, हमारे सूचना तंत्र की रगों में बह रहे इस ज़हर को निकाल बाहर करना है. यह नफरत फैलाकर, हमारे अंदर की बुराई को जगा कर मुनाफा कमाने वाली अमेरिकी कंपनियों की प्राथमिकता है... इसका मतलब है हमें कहीं ज्यादा मेहनत करनी है. अच्छा बनने के लिए हमें यह भरोसा करना पड़ेगा कि दुनिया में अच्छाई मौजूद है.

मैं 35 वर्षों से ज्यादा समय से पत्रकारिता कर रही हूं. मैंने एशिया के टकराव और युद्ध क्षेत्रों में काम किया है, सैकड़ों आपदाओं पर रिपोर्ट की है. हालांकि मैंने बहुत कुछ बुरा देखा है, लेकिन मैंने बहुत कुछ अच्छा भी दर्ज किया है. ऐसे लोग जिनके पास कुछ भी नहीं है वो आपको उनके पास जो कुछ थोड़ा-बहुत होता है वह देना चाहते हैं. पिछले पांच सालों के दौरान रैपलर को सरकारी हमले से बचे रहने के पीछे एक कारण अजनबियों की दयादृष्टि भी है. खतरे के बावजूद उनकी मदद के कारण, उनकी मदद करने की इच्छा है जिसके बदले में वो कुछ नहीं चाहते. यह हमारे बीच के सबसे खूबसूरत उदाहरण हैं, मानवता का वह हिस्सा जो चमत्कारों को सच करता है. डर और हिंसा से भरी दुनिया में रहकर हम इसे खो रहे हैं.

पिछली बार एक पत्रकार को यह पुरस्कार 1936 में मिला था और कार्ल वाॅन औस्सिट्जकी कभी ओस्लो पहुंच नहीं पाए क्योंकि वह नाजी कैंप में सड़ रहे थे. तब उम्मीद है कि हम वहां से एक कदम आगे आ गए हैं क्योंकि हम यहां पर मौजूद हैं.

पूरी रपट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.