Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/wheels-of-the-Atlas-cycle-stop-about-a-thousand-employees-take-off.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | संकट: एटलस साइकिल के पहिए थमे, क़रीब एक हज़ार कर्मचारी ले-ऑफ | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

संकट: एटलस साइकिल के पहिए थमे, क़रीब एक हज़ार कर्मचारी ले-ऑफ

-न्यूजक्लिक, 

“जब तक संचालक धन का प्रबंध नहीं कर लेते, तब तक वे कारखाने में कच्चा माल खरिदने में भी असमर्थ हैं। ऐसी स्थिति में संचालक फैक्ट्री चलाने की स्थिति में नहीं हैं। अंत: सभी कामगार दिनांक 3 जून से बैठकी (ले-ऑफ) पर घोषित किए जाते हैं।”

ये भाषा देश की सबसे पुरानी साइकिल कंपनी एटलस (Atlas Cycles) के ग़ाज़ियाबाद प्लांट के गेट पर लगे नोटिस की है। एटलस प्रबंधन के अनुसार कंपनी ने सभी उपलब्ध फंड ख़र्च कर दिए हैं। अब स्थिति यह है कि कंपनी के पास आय का कोई भी स्रोत नहीं बचा है। रोज़ के खर्चों के लिए भी रकम उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसलिए फिलहाल कंपनी को बंद करने का फैसला लिया जा रहा है। एटलस कर्मचारी यूनियन के मुताबिक इस वक्त कंपनी में लगभग एक हजार कामगार हैं, जो सीधे तौर पर इस कामबंदी से प्रभावित होंगे।

क्या है पूरा मामला?

विश्व साइकिल दिवस यानी बुधवार, 3 जून को जब ग़ाज़ियाबाद के साहिबाबाद स्थित देश की नामी साइकिल कंपनी एटलस के कर्मचारी अपने रोज़ाना रूटीन के मुताबिक काम करने कंपनी गेट पर पहुंचे तो उन्हें सुरक्षा गार्ड द्वारा गेट के बाहर ही रोक दिया गया। जब उन्होंने इसका कारण पूछा तो उन्हें गेट पर लगे नोटिस का हवाला दिया गया। जिसे देखने के बाद सभी के होश उड़ गए।

नोटिस में लिखा था कि कंपनी आर्थिक तंगी से गुजर रही है। अब उनके पास पैसा नहीं बचा है। जब तक धन का प्रबंध नहीं हो जाता, तब तक कारखाने में कच्चा माल नहीं आएगा। ऐसी स्थिति में सेवायोजक फैक्ट्री चलाने में असमर्थ हैं। यह स्थिति तब तक बने रहने की संभावना है जब तक सेवायोजक धन का प्रबंधन ना कर लें। इसलिए सभी कर्मकार तारीख 3 जून से बैठकी पर घोषित किए जाते हैं।

जब कर्मचारियों ने इस बाबत कंपनी प्रबंधकों से बात करने की कोशिश की, तो उन्हें सामने से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद कुछ ही देर में कर्मचारियों की भीड़ बढ़ती गई। सभी को इस बारे में मालूम हुआ तो उनका गुस्सा भी भड़क गया। आननफानन में सभी कंपनी के बाहर ही प्रदर्शन करने लगे।

तब कंपनी की ओर से पुलिस बुलाई गई। काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच बात होती रही। हालांकि कर्मचारियों का ये भी आरोप है कि पुलिस ने उन्हें कंपनी गेट से हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया।

पूरी रपट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.