Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/yogi-adityanath-government-is-carrying-skill-mapping-of-migrants-in-uttar-pradesh-to-get-employment.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | मजदूर, प्लंबर और ब्यूटीशियन: कोरोना के बाद गांव लौटे प्रवासियों को रोजगार देने के लिए यूपी में महाभियान | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

मजदूर, प्लंबर और ब्यूटीशियन: कोरोना के बाद गांव लौटे प्रवासियों को रोजगार देने के लिए यूपी में महाभियान

-गांव कनेक्शन,

सिर्फ़ मज़दूर नहीं, 23 लाख लोग जिनमें प्लंबर, इलेक्ट्रिशन, ब्यूटीशियन, जिम ट्रेनर, नर्स आदि शामिल हैं, पैदल, बसों में, ट्रेन में, ट्रकों के पीछे चढ़ कर महानगरों से उत्तर प्रदेश के अपने गांवों में वापस आ चुके हैं, और इस सवाल से जूझ रहे हैं- आगे क्या? लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने गांव-गांव जाकर लाखों लोगों की "स्किल मैपिंग" का देश में सबसे बड़ा महाभियान शुरू किया है, राजस्व विभाग द्वारा प्रवासियों के "स्किल" (हुनर) का डेटाबेस बनाया जा रहा है, जिसके बाद MSME (लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम) विभाग द्वारा रोजगार, नौकरी दिलाने की कवायद होगी।

पंचायत स्तर पर तेज़ी से होते ऑपरेशन में करीब 22 मई तक 875819 बाहर से लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। बस्ती जिले के लल्लन प्रसाद (35 वर्ष) बेंगलुरु में प्लंबर का काम करते थे और अब वापस आ गए हैं। अपने गाँव मटवरिया से लल्लन प्रसाद गांव कनेक्शन को फोन पर बताते हैं, "हम आठवीं पास हैं, डेढ़ साल से बैंग्लौर (बेंगलुरु) में थे। अगर यूपी में काम मिलेगा तो यहीं रहेंगे भले आधे पैसे मिलें, वक्त जरुरत पड़ने पर कम से कम घर पहुंच पाएंगे, और दूसरे शहरों की तरह खर्च भी कम होगा।" उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में मनरेगा के तहत काम करते मजदूर। फोटो- यश सचदेव, गांव कनेक्शन देश में कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के बाद 24 मई तक अकेले उत्तर प्रदेश में 23 लाख से ज्यादा लोग दूसरे राज्यों से वापस आ चुके हैं।

MSME विभाग उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने गाँव कनेक्शन को बताया, "दूसरे प्रदेशों में अपनी आजीविका खोने वाले दिहाड़ी मजदूरों, निर्माण श्रमिकों, ड्राइवरों, पेंटर, टेलर और प्लबंर से लेकर ब्यूटिशियन तक को अब राज्य में ही रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने महाभियान शुरू कराया है। यूपी के गांवों में हर व्यक्ति को गांव के स्कूलों और घरों में क्वारंटीन करने के साथ ही उसका डाटा जुटाया जा रहा है।" ये रिपोर्ट आशा कार्यकत्री और ग्राम समितियों के जरिए सरकार तक पहुंच रही है। उत्तर प्रदेश भारत में प्रवासियों का गढ़ है।

उत्तर प्रदेश के कामगार और श्रमिक देश की अर्थव्यवस्था चलाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद भूख और अनिश्चितता से बचकर लाखों प्रवासी अपने अपने राज्यों की ओर वापस जा रहे हैं। योगी सरकार ने इस हफ़्ते एक प्रवासी आयोग" का गठन का ऐलान किया है, जो प्रवासियों से जुड़े मुद्दों पर योजना और क्रियान्वयन करेगा। यूपी सरकार के मुताबिक प्रवासी कामगारों को राज्य स्तर पर बीमा का लाभ भी देने की कवायद चल रही है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने 24 मई को लखनऊ में कोरोना संकट से निपटने के लिए बनाई गई समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक के बाद कहा कि सरकार ऐसी योजना बना रही जिससे इन लोगों (वापस आने वाले लोगों) की जॉब सिक्योरिटी प्रदेश में ही सुनिश्चित की जा सके और इन्हें मजबूर हो कर अपने घर-परिवार से दूर नौकरी की तलाश में पलायन न करना पड़े।"

पूरी रपट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.