Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/कृषि-यांत्रिकीकरण-मेले-में-किसानों-ने-खरीदे-‍‍27-करोड़-के-उपकरण-9750.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | कृषि यांत्रिकीकरण मेले में किसानों ने खरीदे ‍‍~27 करोड़ के उपकरण | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

कृषि यांत्रिकीकरण मेले में किसानों ने खरीदे ‍‍~27 करोड़ के उपकरण

किसानों को मिली नौ करोड़ रुपये की सब्सिडी 
पटना : चार दिनों के राज्य स्तरीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला में किसानों ने 27 करोड़ रुपये के कृषि यंत्र की खरीद की. इस खरीद पर राज्य सरकार ने किसानों को नौ करोड़ रुपये की सब्सिडी दी. कृषि एग्रो बिहार यांत्रिकीकरण मेला में 30 हजार किसानों ने भाग लिया. मेला के अंतिम दिन पटना केडीएम और पटना के कमिश्नर ने भी मेला में भ्रमण किया. मेला के आयोजक ने बताया कि पिछले पांच साल एग्रो बिहार कृषि यांत्रिकीकरण मेला का आयोजन हर साल किया जाता है. 

इस मेला में एक ही स्थान पर आधुनिक कृषि यंत्रों के निर्माता-विक्रेता और किसान का सीधा संवाद होता है. कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक अशोक प्रसाद ने बताया कि रविवार को मेला के समापन के दिन सीवान, औरंगाबाद, सारण, भागलपुर, खगडि़या, लखीसराय, सहरसा, पूर्णियां, बांका आौर सुपौल के 2520 किसानों कोे सरकारी खर्चे पर मेला में शामिल कराया गया. उन्होंने बताया कि चार दिवसीय मेले में सरकारी खर्चे पर आत्मा द्वारा कुल 10,680 किसानों का भ्रमण कराया गया. 

किसानों के हित में प्रतिदिन खेत की तैयारी से लेकर फसल की कटाई एवं प्रसंस्करण की नयी कृषि यंत्र, शक्तिचालित छोटे अटैचमेंट इंप्लीमेंट, संसाधन संरक्षण तकनीक में कृषि यंत्र की उपयोगिता, प्रसंस्करण एवंं वैल्यू एडिसन से संबंधित कृषि, सुक्ष्म एवं ड्रीप सिंचाई यंत्र,

खरपतवार नियंत्रक व निकाई-गुड़ाई संबंधित यंत्र और कृषि यंत्र की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए कल-पूर्जों का रखरखाव आदि कृषि संबंधी महत्त्वपूर्ण विषयों पर किसान पाठशाला का आयोजन किया गया. 

इस पाठशाला में बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के कुलपति डॉएके सिंह, निदेशक, प्रसार शिक्षा, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर डा आर के सोहाणे, किसान विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक ई. अशोक कुमार, आइसीएआर के वैज्ञानिक डा अजय कुमार, और अभय कुमार ठाकुर द्वारा किसानों को प्रशिक्षित किया गया. इस अवसर पर श्री गणेश राम, निदेशक बामेती के निदेशक गणेश राम, पीपीएम के निदेशक धनंनजय त्रिपाठी मौजूद थे. मौके पर मंदाकिनी सिंह का लोक गायन हुआ. मेला में पटना प्रमंडल के आयुक्त आनंद किशोर, कृषि निदेशक बी कार्तिकेय आदि मौजूद थे.

110 से अधिक कृषि यंत्रों के लगे थे स्टॉल

चार दिनों के मेला में राज्य के किसानों के बीच कृषि विभाग द्वारा कंबाइन हार्वेस्टर, टैक्ट्रर, पावरटीलर, रीपर-कम-वाइंडर, मिनी रबर राइस मिल, सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर, पोटैटो डीगर, रोटावेटर, फर्टिलाइजर-कम-सीड ड्रील, पंपसेट, सिंचाई पाईप, बीडर, हाइड्रोलिक टेलर, विभिन्न प्रकार के शक्तिचालित यंत्र, कीटनाशी दवा छिड़काव यंत्र आदि कृषि यंत्र पर लगभग नौ करोड़ रुपये अनुदान के रूप में वितरित किया गया. मेला में 110 से अधिक कृषि यंत्रों के स्टॉल लगाये गये. 

इस चार दिवसीय मेला में वैसे यंत्र का भी प्रदर्शन किया गया, जो भारत में पहली बार किसी भी राज्य में प्रदर्शन के लिए कंपनियों द्वारा लाया गया. प्रदर्शनी में बिहार के अलावे तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र, गोवा, पंजाब, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों से चर्चित कृषि यंत्र निर्माताओं ने भाग लिया.