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गांवों तक पहुंचेगा चलता-फिरता बैंक

कोटा. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए मोबाइल बैंकिंग (नैनो बैंकिंग) शुरू करने की तैयारी कर ली है। यानी बैंक इस चलते-फिरते नैनो बैंक के जरिए ऐसे गांवों में बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाएगा, जहां पर बैंक नहीं हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वर्ष 2012 तक हर दो हजार की आबादी पर ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने के लिए सभी बैंकों को निर्देश दिए हैं।

इसी के तहत सबसे पहले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने पहल करते हुए इसे नैनो बैंकिंग के नाम से इसे शुरू करने की योजना बनाई है। बैंक प्रबंधन का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्र में एक ब्रांच खोलने में लाखों रुपए का खर्चा आता है। उतना रिटर्न बैंक को मिलता नहीं, इसलिए नैनो बैंकिंग के जरिए आसानी से ग्रामीण ग्राहकों तक बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाया जा सकता है।

ग्राहकों को छोटी-छोटी बचत के लिए प्रोत्साहित करना और उनको महाजनों की सूदखोरी से बचाना ही बैंक का उद्देश्य है। बैंक ने इसके लिए एक सेपरेट डिपार्टमेंट बनाया है, जिसमें अलग-अलग जोन के अलग-अलग अधिकारी नियुक्त किए हैं। इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें खास तौर से जिम्मेदारी दी गई है, जो इसकी मॉनिटेरिंग और प्लानिंग करेंगे।

कैसे काम करेगा नैनो बैंक

यह बैंक कर्मी गांव में जाकर एक चौपालनुमा जगह पर अपनी वैन खड़ी कर देंगे और वहां ग्रामीणों को एकत्रित कर उन्हें बैंकिंग सेवाओं की जानकारी देंगे। सूचना पहले से ग्रामीणों को कर दी जाएगी, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण लोग बैंकिंग सेवा का लाभ उठा सकें। यदि उन्हें छोटी राशि का कर्ज चाहिए तो वह भी बैंक उन्हें मौके पर ही मंजूर करेंगे। फार्म भरने से लेकर खाता खोलने तक सारी औपचारिकताएं यह बैंक कर्मचारी करेंगे।

सीबीएस पर आधारित होगा

बैंक प्रबंधन के मुताबिक गांवों में बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाने के लिए बैंक एक मोबाइल वैन के जरिए तय समय के अनुसार अलग-अलग गांवों में पहुंचेगा। इसमें एक कैशियर और एक ऑफिसर होगा। इनके पास लेपटॉप होगा, जिसके जरिए सारा काम सीबीएस (कोर बैंकिंग सोल्यूशन) पर आधारित होगा। बैंक की योजना है कि सप्ताह में एक दिन ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल वैन तय समय पर एक गांव में पहुंचेगी।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल बैंकिंग (नैनो बैंकिंग) के जरिए गांवों में बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने की योजना तैयार कर ली है। - जेके लोहिया, मुख्य प्रबंधक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया