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जमीन में दबे 10 करोड़ के पाइप बने सोने की खान : बालमुकंद वैष्णव

सूरजपुरा. अजमेर जिले की प्यास बुझाने के लिए लगभग 50 वर्ष पूर्व बनी नेगड़िया जल वितरण योजना तो 2010 में बंद हो गई परंतु जमीन में दबे लगभग 10 करोड़ से ज्यादा की लागत के इस परियोजना के पाइप चोरों के लिए ‘सोने की खान’ साबित हो रहे हैं।


खुले आम खुदाई करके चोर ट्रक भरकर ले जा रहे हैं मगर इन्हें रोकने का आज तक किसी अधिकारी ने प्रयास तक नहीं किया है। इससे यह साबित होता है कि जलदाय विभाग की भी इस कार्य में मौन सहमति है। सरकार ने वर्ष 1960 में नेगड़िया से जल वितरण योजना शुरू की थी। 1960 से 1980 तक तो जिले की प्यास यहां से बुझती रही।


बाद में सांडला में कुएं खुदवाकर जल आपूर्ति होने लगी। वर्ष 2010 में सरकार ने योजना को बंद कर दिया। इसके बाद से ही 105 किमी क्षेत्र में 20 एवं 21 इंच व पाइप जमीन में आज भी दबे हैं। आकलन के मुताबिक करीब 10. 71 करोड़ के पाइप दबे हैं। जबकि बाहर बिखरे सामान का आकलन खुद अफसरों के लिए भी मुश्किल है।


ऐसे बिखरा पड़ा है सामान : नेगड़िया से अजमेर तक 105 किमी लंबी पाइप लाइन डाली गई थी। 18 फुट लंबा सीआई पाइप 1 टन का होता है।एक किमी में करीब 170 पाइप लगते हैं। इसके हिसाब से 105 किमी में 17850 पाइप भूमि में दफन हैं।इनका वजन ही 17850 टन होता है।बाजार मूल्य के अनुसार एक पाइप की कीमत 60,000 रुपए है। इस हिसाब से 17850 पाइपों की कीमत 10 करोड़ 71 लाख होती है।सरकार को राजस्व का यह चूना लंबे समय से लग रहा है मगर विडंबना यह भी है कि अफसर खामोश हैं।


पंप हाउस नं़ 1 नेगड़िया, 2 नंबर कालेड़ा कृष्णगोपाल, टैंक नंबर तीन, गोयला, लोहरवाड़ा,़ नसीराबाद पर करोड़ों के सीआई पाइप, सीमेंट पाइप, विद्युत ट्रांसफार्मर बड़ी मात्रा में जंग से खत्म हो रहा है।सीमेंट पाइप भी टूट रहे हंै।


यह भी है गड़बड़ी


सांडला से नेगड़िया की दूरी 11 किमी है।1 नंबर पंपहाउस से 2 नंबर पंपहाउस की दूरी 18 किमी है, विभाग ने 29 किमी लंबी पाइप लाइन से पाइप निकलवा लिए।इसी प्रकार 1 नंबर पंप से छातड़ी नेगड़िया जैकवैल ओपनवैल कुएं तक बिछी लाइन को भी निकाल लिया परन्तु यहां से निकले पाइप कहां गए यह किसी को पता नहीं है। इसमें भी काफी हेरफेर किया गया है।स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों को यह तक पता नहीं है कि इन पंपहाउसों पर कितना सामान पड़ा है।


पूछा तो अब बगलें झांक रहे हैं अफसर


‘भास्कर’ ने इस पाइप घोटाले की पड़ताल की तो अधिकारी जवाब देने के बजाय बगलें झांकने लगे। एक्सईएन आरसी गुप्ता से पूछा कि स्टोर में कितना सामान है और मौके पर कितना सामान लगा हुआ है?उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है, जानकारी करके बताया जाएगा। गुप्ता ने कहा कि चोरी की घटना की जरूर सूचना मिली है, सरकारी संपति की सुरक्षा के लिए सरकार से पेट्रोलिंग कराने की मांग भी की गई है।


जवाबों से उठ रहे हैं कई सवाल


एसीई सीएम चौहान ने बताया कि पाइपों की जानकारी ली जाएगी कि कितना स्टॉक है।कितने पाइप चोरी हुए हैं। जमीन में से निकाले गए पाइप कहां गए हंै, ये पूछताछ से ही पता चल पाएगा। एसई सुबोध कुमार जैन व जेईएन प्रमोद कुमार झालानी ने कहा कि गोयला एवं अरवड़ के पास पाइप चोरी की सूचना मिली थी। 18 मार्च को सरवाड़ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। हैडकांस्टेबल कुंदन सिंह ने 22 मार्च को मौका भी देखा। पुलिस ने 5 दिन से इस गोलमाल को ठंडे बस्ते में डाले रखा। इतनी बड़ी सरकारी संपति की चोरी के मामले की जांच उच्च अधिकारी के बजाय एक हैडकांस्टेबल से कराई। जांच पड़ताल के बाद भी पुलिस ने चोरी का मुकदमा ही दर्ज नहीं किया। इस पर भी कई सवाल उठ रहे हंै।

इस भ्रष्टाचार को रोकें..


जलदाय विभाग ने बड़गांव की तरह नेगड़िया में भी लाखों करोड़ों का घपला किया है। अधिकारी अपने बचाव के लिए सामान को चोरी होना बता रहे हंै। अधिकारियों को यह तक पता नहीं है कि सामान कितना और कहां-कहां पड़ा है। पूरे प्रकरण की सीबीआई व सीआईडी से निष्पक्ष जांच करवाकर भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।


- रामगोपाल धाकड़, समन्यवक, स्वयंसेवी संस्था


क्या कहते हैं अफसर ---


प्रकरण की जांच एक्शन को सौंपी है।पंप हाउसों पर अनुपयोगी सामग्री का सर्वे कराया जाएगा और कीमत का आकलन कर कमेटी बनाकर सामानों की नीलामी कराई जाएगी।इसका प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा है। चोरी गए पाइपों का आकलन कर थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।


-सीएम चौहान, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अजमेर


चीफ इंजीनियर को मामले से अवगत करवा दिया गया है।पाइप चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। सरकारी संपति के रखरखाव के लिए स्थाई अधिकारी लगाने की प्रक्रिया चल रही है।शीघ्र ही ऑक्शन करने पर फैसला किया जाएगा।


-सुबोध कुमार जैन, अधीक्षण अभियंता


स्टोर में कितना सामान है और मौके पर कितना लगा है?इसकी जानकारी ली जाएगी, चोरी की घटना की जानकारी मिली है विभाग अपनी कार्रवाई कर रहा है।


-आरसी गुप्ता, अधिशासी अभियंता


नेगड़िया और कालेड़ा कृष्णगोपाल पंपहाउसों में पड़े पाइप एवं सामानों के बारे में पूर्व में रहे अधिकारियों को पता है। यह सामान शायद बड़गांव भेजा गया है।


-कैलाश केसवानी, सहायक अभियंता


तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता हरिप्रसाद पटेल ने मुझे आधा-अधूरा चार्ज दिया है। नेगड़िया से निकाले गए पाइप कहां गए। इसकी जानकारी मुझे नहीं है।गोयला एवं अरवड़ में पाइप चोरी हुए हैं।इसकी रिपोर्ट सरवाड़ थाने में दर्ज कराई गई है।


-प्रमोद कुमार जालानी, कनिष्ठ अभियंता