Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/जेपी-कंपनी-कानून-से-करती-रही-खिलवाड़-सीमेंट-ग्राइंडिंग-यूनिट-की-लागत-छुपाकर-सरकार-को-दिया-धोखा-4727.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | जेपी कंपनी कानून से करती रही खिलवाड़, सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट की लागत छुपाकर सरकार को दिया धोखा | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

जेपी कंपनी कानून से करती रही खिलवाड़, सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट की लागत छुपाकर सरकार को दिया धोखा

शिमला. थर्मल और सीमेंट प्लांट स्थापित करने के मामले में जेपी कंपनी कानून से खिलवाड़ करती रही। जेपी कंपनी ने थर्मल प्लांट लगाने के लिए ईआईए क्लियरेंस प्राप्त नहीं की थी। फिर भी राज्य सरकार से बघेरी में थर्मल प्लांट लगाने की अनुमति प्राप्त करने में कंपनी सफल रही।

इसी तरह से बघेरी सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट की लागत छुपाकर सरकार को धोखा दिया। कंपनी ने प्लांट की लागत छुपाकर सीमेंट प्लांट का निर्माण कार्य शुरू किया। नालागढ़ क्षेत्र में नियम ताक पर रखने के बाद कंपनी ने बागा में स्थापित सीमेंट प्लांट के लिए किसी तरह की कोई औपचारिकता पूरी नहीं की गई। कंपनी ने शामलात जमीन पर ही सीमेंट प्लांट बना डाला।

एमओयू के बाद काम शुरू 9 जुलाई 2004 में जेपी कंपनी से सरकार के साथ एमओयू साइन किया। एमओयू में तय शर्तो का कंपनी ने खुला उल्लंघन किया। कंपनी ने 2 नवंबर 2004 के बाद प्लांट स्थापित करने का काम शुरू कर दिया। कंपनी ने न ही जनसुनवाई की और न ही केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय से मंजूरी हासिल की। निर्माण कार्य पूरा करने के बाद जेपी कंपनी ने सीधे राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को प्लांट चलाने का आग्रह किया। इस आग्रह में कंसेंट टू ऑपरेट की इजाजत मांगी।

हाईकोर्ट हैरान जेपी कंपनी की कारगुजारियों को देखते हुए प्रदेश उच्च न्यायालय भी हैरान था। न्यायालय ने इस मामले में कंपनी के खिलाफ तीखी टिप्पणियां की। लागत छुपाने के मामले में और भूमि हस्तांतरण पर आपत्तियां जताई। रिजर्व पूल की जमीन प्लांट लगाने के लिए कैसे दी गई, इस पर भी सवाल उठाए।

अनुमति खारिज होने के बावजूद चलता रहा काम कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में थर्मल प्लांट लगाने की इजाजत खत्म कर दी थी। सत्ता बदलने के साथ ही सरकार ने जैसे ही थर्मल प्लांट का रास्ता साफ किया कंपनी ने उसी दिन अनुमति के लिए आवेदन किया। पिछले आठ साल के दौरान जेपी कंपनी बेरोक टोक काम करती रही है। न्यायालय के आदेश आने के बाद भी कंपनी प्रबंधन ने अभी तक कोई शिष्टाचार नहीं दिखाया है।