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जैविक खेती से आएगी क्रांति

मुजफ्फरपुर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जैविक खेती से ही सूबे में कृषि क्रांति आएगी। इसी को ध्यान में रखकर कृषि रोडमैप बनाया गया है, जिसपर तेजी से काम चल रहा है। किसानों को जैविक खेती में हर तरह से सहयोग का भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में साढ़े चार लाख ट्यूबवेल लगाए जाएंगे। उन्होंने कृषि व उस पर आधारित उत्पादों के निर्माण पर जोर दिया और कहा कि हर हिन्दुस्तानी की थाली में कम से कम एक बिहारी व्यंजन होना उनका लक्ष्य है। अनुसंधान में तेजी लाने के लिए सूबे में एक और कृषि विश्वविद्यालय का प्रस्ताव वे शीघ्र ही विधानसभा में लाएंगे।

श्री कुमार रविवार को सरैया के मनिकपुर उच्च विद्यालय के प्रागंण में आयोजित जैविक खाद प्रोत्साहन कार्यक्रम के उद्घाटन के उपरांत बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने सरैया के आनंदपुर की राजकुमारी देवी उर्फ किसान चाची के घर जाकर घरेलू उत्पादों व जैविक खेती का अवलोकन किया। कार्यक्रम में डा. आरबी सिंह व आरके सोहाने द्वारा जैविक खेती पर लिखी पुस्तकों का विमोचन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नौबतपुर पटना निवासी सियामुनी देवी को चेक, मुंगेर निवासी सुभाष यादव को पोर्टेबुल कम्पोस्ट कीट, मुजफ्फरपुर के कांटी निवासी गिरिधर पाण्डेय व शचीन्द्र प्रसाद सहित अन्य को जैविक उत्पादन कीट देकर सम्मानित किया। जैविक स्टालों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह कृषि क्षेत्र में बदलाव का संकेत है। उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी आदि प्रदेशों में हरित क्रांति चरम पर है। अब बारी देश के पूर्वी हिस्सों की है, जिसमें बिहार अग्रणी होगा। मक्का किसानों को भरोसा दिलाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाली में दाना नहीं आने की जांच कराई जाएगी। साथ ही किसानों के नुकसान की भरपाई भी होगी। साथ ही मक्का किसानों के लिए नई योजनाओं पर भी सरकार कार्य कर रही है। नया बाग, पौधरोपण, पशुपालन सहित अन्य कार्यो में भी किसानों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। ड्रीप एवं स्प्रिंक्लर योजना को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि पानी का उपयोग कम करना चाहिए। ज्यादा पानी के प्रयोग से खेत की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। सभी किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, इसको लेकर विभाग प्रयास में जुट गया है। सीएम ने कहा कि बिहार की कृषि पर देश की अर्थव्यवस्था टिकी है। किसानों की मेहनत रंग ला रही है, जिससे बिहार की विकास दर बढ़ रही है। कृषि मंत्री डा. रेणु कुमारी कुशवाहा ने कहा कि महिलाओं को कृषि क्षेत्र में बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रयोग के तौर पर प्रत्येक पंचायत में 50-50 वर्मी कम्पोस्ट लगाए जा रहे हैं। जो किसान जितना चाहे उतना इसे ले सकते हैं। इसके लिए सरकार 30 हजार रुपये अनुदान भी दे रही है। श्री कुमार ने कहा कि जैविक खेती का प्रमाणीकरण किया जाएगा, ताकि किसानों को खेती का उचित मूल्य मिल सके। इस अवसर पर आपदा प्रबंधन मंत्री देवेश चंद्र ठाकुर, लघु सिंचाई मंत्री दिनेश प्रसाद, पूसा कृषि विवि के कुलपति डा. एमएल चौधरी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के पूर्व निदेशक डा. आरबी सिंह, राज्यसभा सांसद अनिल कुमार सहनी, विधायक राजू कुमार सिंह राजू, बिलट पासवान, मनोज कुशवाहा, विधान पार्षद दिनेश सिंह, गणेश भारती आदि उपस्थित थे।