Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/प्राइमरी-एग्रीकल्चर-डेवेलपमेंट-बैंक-में-13-40-करोड़-का-घोटाला-अमरेंद्र-मिश्रा-4829.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | प्राइमरी एग्रीकल्चर डेवेलपमेंट बैंक में 13.40 करोड़ का घोटाला- अमरेंद्र मिश्रा | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

प्राइमरी एग्रीकल्चर डेवेलपमेंट बैंक में 13.40 करोड़ का घोटाला- अमरेंद्र मिश्रा

होशियारपुर. प्राइमरी एग्रीकल्चर डिवेलपमेंट (पीएडी) बैंक में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 13 करोड़ 40 लाख, 70 हजार रुपए का लोन जारी करने का मामला तूल पकड़ गया है। प्रारंभिक जांच में संदेह के घेरे में आए अब तक तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। वीरवार की दोपहर जांच टीम बैंक पहुंची। बताया जा रहा था कि विजिलैंस टीम आई है लेकिन बाद में पता चला कि जांच के लिए जालंधर से रीजनल मैनेजर भुपिंदर शर्मा के नेतृत्व में टीम आई थी।

रिटायर एजीएम ने अप्रैल में लिखा था डायरेक्टर को पत्र

पीएडी बैंक से रिटायर असिस्टेंट जनरल मैनेजर(एजीएम) संतोष कुमारी ने 27 अप्रैल, 2012 को विभाग के मैनेजिंग डायरेक्टर को पत्र लिखकर बताया था कि पीएडी बैंक की तरफ से नान फार्मिग सेक्टर, यूजीसी, रुरल हाउसिंग, किसान क्रेडिट कार्ड तथा अन्य हेड के तहत लगातार गलत लोन दिए गए हैं। उन्होंने मैनेजिंग डायरेक्टर को पत्र लिखकर व्यापक स्तर पर हुए घालमेल की जांच की मांग की थी। उन्होंने पत्र के जरिए उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया कि अगर फर्जी दस्तावेज पर जारी किए गए लोन की जांच करवाई जाए तो कई अधिकारी जाल में फंस सकते हैं।

पूर्व बैंक अधिकारी संतोष कुमारी ने खुलासा किया था कि बैंक के अधिकारियों व मुलाजिमों की मिलीभगत से 01 अप्रैल 2008 से लेकर 30 अप्रैल 2012 तक की अवधि में 13 करोड़ 40 लाख 70 हजार की राशि को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी किया गया है। जिन लोगों को फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोन जारी किया गया है उनमें से कुछ डिफाल्टर भी हैं।

उन्होंने पत्र के जरिए उच्च अधिकारियों को बताया है कि बैंक अधिकारियों ने बैंक के चपरासी रंजीत सिंह का लोन केस नंबर 520 मई 2011 में 15 लाख रुपए स्वीकृत किया, जबकि उसके पास अपनी कोई जमीन नहीं है, परंतु यह लोन यूजीसी (अंडर ग्राउंड चैनल) उद्देश्य से दिया गया है। यह लोन थर्ड पार्टी सिक्योरिटी पर दिया गया। जिसमें पुरहीरां की एक कनाल दो मरला जमीन की फर्द दिखाई गई है। उसकी कीमत एक लाख रुपए मरला स्वीकार की गई है, परंतु ऐसा वास्तव में नहीं हैं। ऐसे कई अन्म मामले भी हैं। इन्हें किया जा चुका है निलंबित विभागीय सूत्रों की माने तो अब तक इस बहुचर्चित मामले में संदेह के घेरे में आए तीन अधिकारियों में से असिस्टेंट मैनेजर विक्रमपाल सिंह, मैनेजर बलवीर सिंह व फील्ड आफिसर संदीप सोढी को निलंबित किया जा चुका है।

बैंक मैनेजर सहित कर्मचारी भी लोन लेने वालों में शामिल

संतोष कुमारी द्वारा भेजी गई डिटेल के अनुसार बलबीर सिंह बैंक मैनेजर व उसके परिवार को 2 करोड़ 62.65 लाख, संदीप सोढी बैंक एफओ व उसके परिवार को 2 करोड़ 35.75 लाख, कुलदीप कुमार प्रेजीडेंट व उसके परिवार को 1 करोड़ 35 लाख, गुरमेल सिंह वाइस प्रेजीडेंट बैंक को 2 करोड़ 20.40 लाख, घई परिवार जांलधर को 2 करोड़ 11.50 लाख, पुंडरीक रत्न व उसके परिवार को 1 करोड़ 44.90 लाख, गुरदयाल सिंह नंगल कानूनगो को 79.50 लाख, गुरमीत सिंह टैक्सी ड्राइवर को 51 लाख रुपए का लोन फर्जी दस्तावेज के आधार पर जारी किया गया है। गलत लोन पास करके पेमेंट कर दी गई है।