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भट्टा पारसौल: बिटोडों की राख जांच के लिए भेजी गई, तेवतिया करेंगे अनशन

नोएडा। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के साथ किसानों के दल की प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद एक बार फिर यूपी की सियासत में गरमाहट आ गई है। किसानों ने प्रधानमंत्री को भट्टा पारसौल में नरसंहार की दास्तां सुनाई और उनसे न्याय दिलाने की गुहार की थी।


अब राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने सोमवार रात ग्रामीणों की मौजूदगी में बिटोडों, जले वाहनों और अन्य क्षतिग्रस्त स्थानों की वीडियोग्राफी कराई है। साथ ही राख के नमूने भी भरे गए, जिन्हें जांच के लिए आगरा लैब में भेज दिया गया।


भट्टा पारसौल गांव में बीते ६ मई को किसानों और पुलिस के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के भट्टा पारसौल गांव में आकर ग्रामीणों से मिलने के बाद भूमि अधिग्रहण को लेकर राजनीति और तेज हो गई है। राहुल गांधी ने दौरे के दौरान बिटोडों और जले वाहनों के फोटोग्राफ  लिए थे। सोमवार को ८ किसानों का एक दल राहुल गांधी के साथ प्रधनमंत्री मनमोहन सिंह से मिला था।


राहुल गांधी ने उस दौरान १२ फोटोग्राफ दिखाए थे, जिसमें बिटोडों की राख में नर कंकाल होने का आरोप लगाया था। उन्होंने जिले की पुलिस पर तांडव करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि ६ मई की रात एक दो नहीं बल्कि ७४ किसानों को आग में जिन्दा जला दिया गया।  प्रदेश सरकार ने भी अपना दामन पाक साफ करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि वह बिटोडों और जले वाहनों की वीडियो ग्राफी करवाए।


पुलिस ने आग को बुझाया था:


भटटा पारसौल में हुई हिंसक घटना के बाद पुलिस पर आरोप लगाया गया जा रहा है कि उन्होंने किसानों के घरों तथा बिटोडों में आग लगा दी और बिटोडों में कुछ किसानों  को भी जला कर मार डाला था। मेरठ मंडल के कमिश्नर भुवनेश कुमार व आईजी मेरठ रेंज रजनीकांत मिश्रा ने मंगलवार को नोएडा में प्रेसवार्ता में कहा कि भट्टा पारसौल में पुलिस टीम ने ऐसा कुछ नहीं किया। उल्टे पुलिस टीम ने मौके पर सात फायरब्रिगेड को बुलाकर सभी घरों व बिटोडों में लगी आग को बुझाया था।


तेवतिया करेंगे अनशन:


भट्टा पारसौल में किसान आंदोलन के नेता मनवीर तेवतिया ने प्रेस और अपनी मां को पत्र लिखकर कहा है कि वह किसानों की लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा है कि वे 28 मई को दिल्ली में जंतर-मंतर पर आमरण अनशन कर माया सरकार को बर्खास्त करने का दबाव बनाएंगे। तेवतिया ने हरियाणा के छह गांवों का दौरा कर किसानों को आंदोलन में शामिल होने का न्योता दिया है।


उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना में किसानों की कोई भूमिका नहीं है बल्कि कुछ असामाजिक तत्वों ने इसे अंजाम दिया है, और पुलिस टीम इन लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है। कुछ उग्र लोगों ने अधिकारियों को बंधक बना तथा पुलिस टीम पर गोलियां चला कर आंदोलन को हिंसक रूप देने की कोशिश की। कमिश्नर ने पुलिस टीम द्वारा महिलाओं के उत्पीडन के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।