Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/मौत-लेकर-आया-रुमाल-व-थाली-का-लोभ-1407.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | मौत लेकर आया रुमाल व थाली का लोभ | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

मौत लेकर आया रुमाल व थाली का लोभ

मनगढ़ (प्रतापगढ़)। कृपालु महाराज की ओर से एक थाली, एक रुमाल और बीस रुपये के एक नोट का लालच 63 लोगों के लिए गुरुवार को मौत का संदेश लेकर आया। सिर्फ इतना हासिल करने के लिए ही यहां सुबह से ही भीड़ जुटना शुरू हो गयी थी। लगभग दस बजे तक यह आलम था कि लोगों को संभालना मुश्किल हो रहा था। तेज धूप ने लोगों में बेचैनी बढ़ी और इससे लोहे के गेट पर बोझ बढ़ता गया। 'प्रसाद' हासिल करने आये नौढि़या गांव के हरिओम शुक्ला के आंसू रोके नहीं रुक रहे थे। इनके साथ तेरह साल की इनकी बेटी शिवानी भी आयी थी। इनकी आंखों के आगे ही वह लोगों के पैरों तले कुचलती चली गयी। इनको सांत्वना देने के लिए अफसरों के पास शब्द नहीं थे।

मनगढ़ में भक्तिधाम मंदिर कुंडा तहसील मुख्यालय से सात किमी की दूरी पर है। यहां पिछले साल कृपालु महाराज की पत्नी पद्मा देवी की तेरहवीं पर भी बड़ा जमावड़ा हुआ था। इस साल उनकी बरसी के आयोजन का संदेश पिछले एक पखवाड़े से स्थानीय लोगों के बीच घूम रहा था। खुद मंदिर प्रशासन का अनुमान था कि बीस से पचीस हजार लोग जमा होंगे। होली के अवसर पर कृपालु महाराज यहां हर साल रहते हैं। उनके दर्शन का लालच और साथ में कुछ पाने की इच्छा से भीड़ अनुमान से अधिक जुट गयी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लोग अपने परिवार के साथ यहां जमा थे।

मवंई गांव के 35 साल के भारती देवी अपनी बहन के लड़के मनोज व साहुल को साथ लेकर आयी थीं। भारती घटना के बाद इतना सदमे में थी कि मुंह से बोल नहीं निकल रहे थे। वह भगवान को धन्यवाद देती है कि उसके दोनों बच्चे बच गये। घटना के बाद लोग अपने परिजनों को खोजने में जुटे थे। कई लोग तो घटना के लगभग चार घंटे बाद अपने परिजनों से मिल पाये। जिस गेट पर भगदड़ मची, वहां चारो और जूते-चप्पलों का ढेर लगा था। लगभग चार किमी पैदल चलकर आये अलुआमई गांव के दिनेश बताते हैं कि लोग जैसे बावले हो उठे थे। किसी को होश ही न था कि किसके पैर के नीचे कौन आ रहा है। लोगों में यह भय फैल गया कि यहां कुछ अनिष्ट होने वाला है। इसी कारण और बेतरतीब हो इधर-उधर भागे और इससे अफरा-तफरी फैली।

भक्तिधाम मंदिर के आसपास ऊगापुर, इटौरा, तीरानगर विधासिन, काजीपुर, कुसेमर, सहजनी, मनगढ़ आदि ग्राम सभाएं हैं। इनमें ही लगभग दस हजार आबादी बीपीएल परिवारों की हैं। अधिकांश लोग जो जून की रोटी के लिए रोज जुगत भिड़ाते हैं। इनमें काफी लोग यहां जुट हुए थे। महिलाएं अपने साथ बच्चों को इसलिए लेकर आयी थीं, ताकि वे तीन-तीन, चार-चार थालियां हासिल कर सकें। तिलौरी गांव की फूलकली तो नौ किमी पैदल चलकर आयी थी। उसे अब अपना भी होश नहीं है। बमुश्किल वह गांव के अन्य लोगों के साथ वापस लौट सकी।