Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/विदर्भ-पैकेज-धांधली-के-दोषी-50-अधिकारी-निलंबित-3329.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | विदर्भ पैकेज: धांधली के दोषी 50 अधिकारी निलंबित | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

विदर्भ पैकेज: धांधली के दोषी 50 अधिकारी निलंबित

मुंबई। राज्य सरकार की ओर से किसान आत्महत्या मामले में जारी विशेष राहत पैकेज में धांधली के आरोपी 50 अफसरों को निलंबित कर दिया गया है।

विशेष पैकेज में धांधली करने वाले 405 अफसरों व कर्मचारियों पर कार्रवाई का ऐलान किया गया है। इनमें से 50 को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। शेष के खिलाफ एक महीने में कार्रवाई की जाएगी।

कृषि मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील ने सोमवार को विधानसभा में यह घोषणा की। कार्रवाई में विलंब को लेकर प्रधान सचिव से जवाब-तलब भी किया गया है। सरकार ने किसानों की आत्महत्या को रोकने के लिए 19 दिसंबर, 2005 को विदर्भ के छह जिलों के लिए 1075 करोड़ रुपए का विशेष पैकेज घोषित किया था।

विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए भाजपा के हरीश पिंपले, देवेंद्र फड़णवीस और नाना पटोले समेत कई सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया।

मामले पर आक्रामक रुख अपनाए सदस्यों के कारण कृषि मंत्री ने प्राथमिक तौर पर दोषी अफसरों को फौरन निलंबित करने का ऐलान कर दिया।

निलंबन की मांग लेकर विपक्षी दलों के सभी सदस्य वेल में आकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए।

गड़बड़ियों की रोकथाम के लिए अध्ययन जारी

कृषि मंत्री ने साफ किया कि सरकार किसी दोषी अफसर को बचाना नहीं चाहती। इसके लिए कृषि आयुक्त को एक महीने में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

किसानों की आत्महत्या रोकने और इस तरह की गड़बड़ियों की रोकथाम के लिए पंजाबराव कृषि विश्वविद्यालय को अध्ययन करने को कहा गया है। सरकार अपने स्तर पर भी कार्यक्रम तैयार करने में जुटी हुई है।

405 अधिकारी और कर्मचारी पाए गए दोषी

श्री विखे पाटील ने कहा कि पैकेज में अनियमितता की जांच के लिए सरकार ने गोपाल रेड्डी कमेटी बनाई थी। कमेटी द्वारा एक सितंबर, 2008 को दी गई रिपोर्ट में 405 अफसरों-कर्मचारियों को दोषी पाया था। इस बारे में नियुक्त तीन आला अधिकारियों के जांच समूह ने भी इसकी पुष्टि की है।

कृषि मंत्री ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर दोषियों को नोटिस भेज दी गई है। सभी के खिलाफ एक महीने में कार्रवाई पूरी की जाएगी। उनके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल हो सकती है।

कार्रवाई का जिम्मा कृषि आयुक्त को सौंपा गया है। इनमें से वर्ग एक, वर्ग दो और वर्ग तीन के उन 50 अफसरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

कृषिमंत्री ने कार्रवाई में विलंब की बात स्वीकारी

श्री पाटील ने सदन में कबूला कि पैकेज के वितरण में गंभीर अनियमितताएं हुईं और कार्रवाई में तीन का साल का विलंब भी हुआ। कृषि मंत्री ने बताया कि इस बाबत संबंधित विभाग के प्रधान सचिव से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इससे पहले श्री पिंपले ने घोटाला साबित होने के बावजूद कार्रवाई में देरी को लेकर सरकार को आड़े हाथ लिया।

श्री फड़णवीस ने बताया कि महालेखा परीक्षक की वार्षिक रिपोर्ट में घोटाले की पुष्टि हुई थी, फिर भी आत्महत्या करने वाले किसानों के आश्रितों की सहायता राशि हजम करने वाले अफसरों को तीन साल तक क्यों बचाया गया?

मनसे के बाला नांदगांवकर ने भी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आवाज बुलंद की। श्री पटोले ने पूछा कि क्या सरकार पिछले तीन साल से सो रही थी? उन्होंने सवाल किया कि भविष्य में इस तरह के घोटालों की रोकथाम के लिए सरकार क्या कदम उठाने वाली है?