Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 73
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 74
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
Notice (8): Undefined variable: urlPrefix [APP/Template/Layout/printlayout.ctp, line 8]news-clippings/सवा-लाख-कैदियों-की-रिहाई-से-जेलें-हुई-हल्की-2186.html"/> न्यूज क्लिपिंग्स् | सवा लाख कैदियों की रिहाई से जेलें हुई हल्की | Im4change.org
Resource centre on India's rural distress
 
 

सवा लाख कैदियों की रिहाई से जेलें हुई हल्की

नई दिल्ली [माला दीक्षित]। देश में न्यायिक सुधार लागू हो रहे हैं या नहीं, अगर इसका जवाब जानना है तो उन लोगों से पूछिए, जिन्हें सजा से ज्यादा कैद भुगतने के लंबे अरसे बाद रिहाई नसीब हुई है।

पिछले तीन महीनों में देश की विभिन्न जेलों में बंद करीब सवा लाख विचाराधीन कैदी रिहा किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 29 हजार लोग उत्तर प्रदेश में रिहा हुए हैं। न्यायिक सुधारों के तहत केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई विचाराधीन कैदियों की रिहाई की यह प्रक्रिया अभी जारी है।

तीन साल पहले तक देश की जेलों में साढ़े तीन लाख से ज्यादा कैदी थे। इनमें 66.6 फीसदी विचाराधीन थे। जबकि जेलों की क्षमता सिर्फ पौने तीन लाख कैदियों को रखने की है। अच्छी पैरोकारी या जमानत लेने वाले न मिलने से ज्यादातर विचाराधीन कैदी जेलों में ही पड़े रह जाते हैं। कभी-कभी तो जमानत मिलने के बावजूद ये बाहर नहीं आ पाते और अपराध से ज्यादा जेल काटने को विवश होते हैं। वे अपने उस मुकदमे पर फैसले का इंतजार करते रहते हैं, जिसमें बेगुनाह साबित होने का उनके लिए कोई मतलब नहीं रहता।

यूपीए सरकार ने अपने न्यायिक सुधार एजेंडे में सजा से ज्यादा कैद काट चुके विचाराधीन कैदियों की रिहाई को प्राथमिकता में शामिल किया है। इसी प्रक्रिया में कैदियों की रिहाई चल रही है। कानून मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने 'दैनिक जागरण' को बताया कि जुलाई तक दो-तिहाई विचाराधीन कैदियों की रिहाई हो जाएगी। आंकड़ों के मुताबिक इस साल फरवरी से अप्रैल तक के तीन महीनों के भीतर 1,16000 से ज्यादा कैदी रिहा हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा 13664 कैदी उड़ीसा में रिहा हुए हैं। जबकि आंध्रप्रदेश में 9,116, महाराष्ट्र में 8192 तथा दिल्ली में 8,701 कैदी रिहा हुए हैं।

पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के तहत आने वाले पंजाब व हरियाणा राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ की जेलों से कुल 9956 कैदी रिहा हुए हैं। मध्यप्रदेश में 6252 कैदी रिहा किए जा चुके हैं।