नई दिल्ली [नितिन प्रधान]। बिजली उत्पादन में कमी के लिए जितनी केंद्र सरकार जिम्मेदार है, उससे कहीं ज्यादा राज्य जिम्मेदार हैं। साल दर साल राज्य बिजली उत्पादन की नई क्षमता जोड़ने में पीछे छूटते जा रहे हैं। इससे देश में बिजली की किल्लत बढ़ रही है। बीते वित्त वर्ष 2010-11 में भी नई क्षमता जोड़ने के अपने लक्ष्य के महज 43 फीसदी तक पहुंचने में ही राज्य सफल हो पाए।...
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तलब किया मनरेगा का हिसाब-किताब
पांवटा साहिब। खंड विकास अधिकारी ने दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रधानों को फरमान जारी कर मनरेगा के तहत मिले बजट का रिकॉर्ड मांगा है। इसके बाद बीडीओ दफ्तर बजट खर्च न कर पाने वाली पंचायतों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देगा। बीडीओ दफ्तर की ओर से जारी हुए नोटिस में कहा है कि जिन पंचायतों ने इस वर्ष 31 मार्च तक के मनरेगा के बजट को खर्च नहीं किया है। उसका...
More »कभी दाता, आज मोहताज
हाल कुक्कुट प्रक्षेत्र बेला का, कभी उत्तर बिहार में मुर्गीपालन में स्वरोजगार का सबसे बड़ा मददगार, आज है बदहाल मो. शमशाद, मुजफ्फरपुर : मुर्गी पालन को स्वरोजगार बनाने वालों के लिए कभी सबसे बड़ा मददगार रहा बेला स्थित कुक्कुट प्रक्षेत्र आज खुद एक-एक चूजे के लिए मोहताज है। हालात ये हैं कि प्रक्षेत्र अपना अस्तित्व बचाने की जद्दोजहद कर रहा है। काफी अरसे से चूजा सप्लाई नहीं होने से अब...
More »बच्चों को कभी भूखा नहीं सोने दिया
ग्वालियर. ‘जिंदगी के सारे दुख झेले लेकिन अपने बच्चों को कभी तकलीफ नहीं होने दी। खुद भूखी सोई, लेकिन बच्चों को कभी भूखा नहीं सोने दिया। दिनभर मजदूरी करके जो भी कमाई होती थी, उससे उनका पालन-पोषण किया। अब, जब मैं कुछ कर सकने लायक नहीं हूं, तो बेटे व बहू ने घर से निकाल दिया।’ यह पीड़ा है ९क् वर्षीय एक वृद्धा की जो तानसेन रोड स्थित न्यू रेलवे कॉलोनी के...
More »कहां कितना भ्रष्टाचार- आंकड़ों के आईने में...
क्या आप जानते हैं कि साल 2000 से 2009 के बीच महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार के सर्वाधिक मामले (4566) और पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के सबसे कम मामले (केवल 9) दर्ज हुए। क्या आप यह भी जानना चाहते हैं कि गुजरे दस सालों में देश के अलग-अलग सूबों में भ्रष्टाचारियों से कितनी रकम वापस हासिल की गई। भ्रष्टाचार के मामलों पर विधिवत नजर रखनी हो तो कहां जायें। कैसे पता चले कि केंद्र और राज्यों में...
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