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चर्चा में.... | बाढ़ से ज्यादा लोग मरते हैं या ठंढ़ से ?
बाढ़ से ज्यादा लोग मरते हैं या ठंढ़ से ?

बाढ़ से ज्यादा लोग मरते हैं या ठंढ़ से ?

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published Published on Jan 7, 2016   modified Modified on Jan 7, 2016
अगर आप मानते हैं कि बाढ़, हिमपात, भूस्खलन, महांमारी या भूस्खलन से ज्यादा लोग मरते हैं और ठंढ़ से तो कम तो तनिक ठहरिए !


नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) के आंकड़े बताते हैं कि हर साल बाढ़ या महामारी से जितने लोग नहीं मरते उससे कहीं ज्यादा लोग ठंढ़ के कारण जान गंवाते हैं.(देखें नीचे की लिंक)


एनसीआरबी की नई रिपोर्ट के मुताबिक 2014 में कुल 913 लोगों ने ठंढ़ के कारण जान गंवायी जो कि 2014 में बाढ़ से मरने वालों की तदाद(541) से तकरीबन दोगुना है. 2014 में ठंढ़ से मरने वालों की संख्या भूस्खलन(499), मूसलाधार बारिश(156), चक्रवात(62) और महामारी(48) की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की तुलना में कहीं ज्यादा रही.


एनसीआरबी की रिपोर्ट के तथ्यों के विश्लेषण से जाहिर होता है कि 2014 में हर घंटे प्राकृतिक विपदा के कारण 2 व्यक्तियों की जान गई और प्राकृतिक कारणों में ठंढ़ लगना लोगों की मौत का तीसरा सबसे बड़ा कारण साबित हुआ. बिजली गिरना और लू लगना प्राकृतिक कारणों से जान गंवाने लोगों के लिए मौत के दो अन्य बड़े कारण रहे.


रिपोर्ट के अनुसार 2014 में कुल 20,201 व्यक्तियों की कुदरती कारणों से जान गई. इसमें दस फीसद से ज्यादा(12.8 प्रतिशत) मामलों में मौत का कारण बिजली गिरना रहा. लू लगना (6.2 प्रतिशत) तथा ठंढ़ का प्रकोप(6.4 प्रतिशत) भी कुदरती कारणों से हुई तकरीबन 10 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में जिम्मेदार रहे.


गौरतलब है कि बीते चार सालों में कुदरती वजहों से हुई मौतों के सबसे अधिक मामले बिजली गिरने, लू लगने और ठंढ़ की चपेट में आकर जान गंवाने के हैं.


2013 में कुल 22,759 लोगों की प्राकृतिक कारणों से जान गई. इस साल ठंढ के कारण कुल 946 लोगों की मौत हुई जबकि बिजली गिरने के कारण 2833 और लू लगने की वजह से 1216 लोगों की जान गई.


2012 में भी ठंढ़ का प्रकोप कुदरती कारणो से हुई चार प्रतिशत से ज्यादा मौतों का जिम्मेवार रहा. इस साल 997 लोगों की ठंढ़ के कारण मौत हुई. मौत के तकरीबन 15 प्रतिशत मामले बिजले गिरने और लू लगने के रहे. 2012 में एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार कुल 22,960 लोगों की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हुई.


गौरतलब है कि ठंढ़ की चपेट में आने की सबसे ज्यादा आशंका बेघर लोगों की है. बीते सालों में सुप्रीम कोर्ट ने कई दफे राज्यों को फटकार लगायी है और रैनबसेरों की व्यवस्था करने को कहा है. (देखें नीचे की लिंक)


नई जनगणना में बेघर लोगों की संख्या पौने अठारह लाख बतायी गई है. देश के शहरी इलाकों में 2011की जनगणना के मुताबिक 9 लाख 38 हजार और गंवई इलाकों में 8 लाख 34 हजार लोग बेघर हैं. बेघर लोगों का 40 फीसद हिस्सा सिर्फ तीन राज्यों यूपी(18 प्रतिशत) महाराष्ट्र(11 प्रतिशत) और राजस्थान(10प्रतिशत) में केंद्रित है.


बेघर आबादी के बीच साक्षरता दो जनगणनाओं(2001 और 2011) के बीच 27 प्रतिशत से बढ़कर 39प्रतिशत हुई है लेकिन देश के श्रमबल में बेघर लोगों की संख्या 55 प्रतिशत से घटकर 51 प्रतिशत हो गई है.(देखें नीचे की लिंक)

 

इस कथा के विस्तार के लिए कृपया देखें निम्नलिखित लिंक--

 

http://www.ncrb.gov.in/

Accidental Deaths & Suicides in India-2014

Accidental Deaths & Suicides in India-2013          

Accidental Deaths & Suicides in India-2012

 

रैन बसेरों की खराब स्थिति पर दिल्ली हाइकोर्ट ने केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई   

http://khabar.ndtv.com/news/india/delhi-high-court-slams-s
tate-government-for-not-improving-condition-of-night-shelt
ers-378797

 

रैन बसेरों पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

http://khabar.ndtv.com/news/india/rein-baserasc-328945

 

Homeless population falls to 18 lakh

http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-national/tp-newdel
hi/homeless-population-falls-to-18-lakh/article5432253.ece

 

 

Census pegs homeless at 18 lakh, but activists dispute it

http://www.thehindu.com/news/national/census-pegs-homeless
-at-18-lakh-but-activists-dispute-it/article5434196.ece

 

 

Delhi’s confusing figures on homeless

http://www.thehindu.com/news/cities/Delhi/delhis-confusing
-figures-on-homeless/article6330936.ece
 

 

Decline in Homeless Population: Census Data, please click here to access 

 

Why Delhi’s homeless prefer to sleep in the freezing cold than in government shelters -Harsh Mander, Scroll.in, 26 December, 2015, please click here to access 

 

SUPREME COURT ORDERS DELHI GOVERNMENT TO PROVIDE SHELTER TO HOMELESS WITHIN 24 HOURS

https://indialawyers.wordpress.com/2010/01/20/supreme-court-orders-delhi-government-to-provide-shelter-to-homeless-within-24-hours/ 
 
(पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर साभार-- indialawyers.wordpress.com से


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