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पर्यावरण | खेती पर असर
खेती पर असर

खेती पर असर

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खास बात

जलवायु परिवर्तन के कारण सालाना वर्षा चक्र पर असर पड़ेगा और भारत के कई इलाके निरंतर बाढ़ और सूखे की चपेट में आएंगे*


जलवायु परिवर्तन के कारण भारत के विभिन्न भागों में तापमान में बढ़ोतरी के साथ फसलों की उत्पादकता में कमी आई है। है।*


भारत से मलेरिया-उन्मूलन करना अब असंभव बनता जा रहा है। देश के कई नये इलाके मलेरिया की चपेट में आएंगे, खासकर उत्तर और पश्चिम के राज्य।*


जलवायु परिवर्तन से प्राकृतिक संसाधन-आधार घट रहा है।*


जलवायु परिवर्तन के कारण सिंचाई के लिए वर्षा जल पर आधारित खेतिहर इलाकों में ऊपज साल २०२० तक ५० फीसदी घटने की आशंका है।**


जलवायु परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण कारण ग्रीन हाऊस गैसों का उत्सर्जन है और इन गैसों के उत्सर्जन में खेती की हिस्सेदारी ३० फीसदी है जिसमें खेती की जमीन के लिए वनों की कटाई भी शामिल है।***

मध्य और दक्षिण एशिया में जलवायु परिवर्तन के कारण साल २०५० तक उपज में ३० फीसदी की कमी आएगी।**

*क्लाइमेट चेंज, सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड इंडिया-ग्लोबल एंड नेशनल कन्सर्न-जयंत साठे, पी आर शुक्ला और एनएच रबीन्द्रन,करेंट साइंस, खंड-९०,अंक-३ १० फरवरी २००६
** क्लाइमेट चेंज-बिल्डिंग द रेजिलेंस ऑव पुअर रुरल कम्युनिटीज, आईएफएडी।
*** अप्रैल २००८, रिपोर्ट ऑन द इंटरनेशनल असेसमेंट ऑव एग्रीकल्चरल नॉलेज, साईंस एंड टेक्नॉलॉजी फॉर डेवलपमेंट http://www.agassessment.org/index.cfm?Page=IAASTD%20Report
s&ItemID=2713
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