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चर्चा में..... | मध्यप्रदेश और राजस्थान में भुखमरी से मौत

मध्यप्रदेश और राजस्थान में भुखमरी से मौत

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published Published on Jan 15, 2010   modified Modified on Jan 15, 2010

गुजरे कुछ हफ्तों में भुखमरी से मौत की कम से कम दो खबरें आई हैं। एक खबर मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले से है और दूसरी राजस्थान के चित्तौरगढ़ जिले से। राज्य दो हैं और वहां सरकार भी दो अलग-अलग पार्टियों- बीजेपी और कांग्रेस की है लेकिन दोनों ही जगह पीडित की स्थितियां बहुत कुछ मिलती जुलती हैं। दोनों ही जगह पीडित परिवार अपने गांव के सर्वाधिक दरिद्र परिवारों में से एक है लेकिन दोनों ही के नाम बीपीएल सूची में नहीं है और दोनों ही परिवार इस बात से अनजान थे कि नरेगा के तहत रोजगार मांगने का उन्हें अधिकार हासिल है। ( ब्यौरे के लिए देखें नीचे दी गई लिंक्स्)

भुखमरी से मौत का पहला मामला 30 वर्षीया सुनीता रानी का है जिसे एशियन ह्यूमन राइटस् कमीशन (एएचआरसी) ने नये साल के पहले हफ्ते में सार्वजिनक किया। सुनीता की मौत गुजरे 16 दिसंबर को हुई और मौत के दिन से पहले के चार दिनों में उसे खाने के लिए एक दाना तक ना नसीब हुआ था। एएचआरसी ने उन परिस्थितियों का ब्यौरा दिया है जिसमें यह दलित महिला भुखमरी से मौत का शिकार बनी साथ ही एएचआरसी ने कुल आठ परिवारों की एक सूची अपने वेबपेज पर प्रकाशित की है जो समय रहते ना चेता गया तो उसी नियति के शिकार होंगे जिसकी दलित महिला सुनीता रानी हुई। एएचआरसी ने राज्य और केंद्र के अधिकारी वर्ग को इस बारे में सूचित करने के लिए एक अभियान चला रखा है।  

दूसरा मामला चित्तौरगढ़ के किशनसिंह का है। किशनसिंह की मौत भुखमरी से हुई। गांव का सरपंच किशनसिंह के परिवार की दरिद्रता से परिचित था लेकिन जब पीडित की पत्नी आपात् स्थिति में उससे राशन मांगने गई तो वह नदारद हो गया। सूबे और जिलास्तर का सरकारी तंत्र इस बात को नकारने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाये हुए है कि किशनसिंह की मौत भुखमरी से हुई। आधिकारिक तौर पर कहा जा रहा है कि किशनसिंह की मौत टीबी से हुई जबकि स्थानीय निवासी और स्वयंसेवी संस्था इस बात से इनकार करते हैं। कई ग्रामीणों ने आईएमफॉरचेंज की टोली को अपना शपथपत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि किशनसिंह की मौत भुखमरी से हुई। किशनसिंह की मौत और उनके आश्रित परिवार के कुल आठ जनों का ब्यौरा नीचे की लिंक में दिया गया है।

विस्तृत जानकारी के लिए देखें


1.एएचआरसी का पत्र (हमारे अंग्रेजी संस्करण में)
2.
यूआरएल(सबसे नीचे)

Employment guarantee scheme under scanner after hunger death,
http://infochangeindia.org/201001118125/Poverty/News/Emplo
yment-guarantee-scheme-under-scanner-after-hunger-death.ht
ml

No starvation death in Chittorgarh: Gehlot govt, 14 January, 2010,

http://in.news.yahoo.com/20/20100114/1416/tnl-no-starvatio
n-death-in-chittorgarh-g.html

Alleged starvation death: BJP sets up fact-finding committee, 12 January, 2010,
http://www.zeenews.com/news595341.html

Help pours in for hunger victim’s kin by Veer Sain, The Hindustan Times, 15 January, 2010, http://www.hindustantimes.com/rssfeed/jaipur/Help-pours-in
-for-hunger-victim-s-kin/Article1-497624.aspx

 

 

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