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न्यूज क्लिपिंग्स् | नई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है फायदे का सौदा

नई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है फायदे का सौदा

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published Published on Jan 18, 2016   modified Modified on Jan 18, 2016
इंदौर। हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट ने नई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को मंजूरी दी है। ये योजना मौजूदा राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना और संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना की जगह लागू होगी। सरकार के मुताबिक पुरानी योजना में कई तरह की खामियां थी जिसे इस नई योजना में सुधारा गया है। नई योजना जून से लागू होगी।

प्रीमियम

नई योजना में किसानों को खरीफ की फसल के लिए 2 फीसदी और रबी की फसल के लिए 1.5 फीसदी प्रीमियम देना होगा। वहीं बागवानी के लिए प्रीमियम 5 फीसदी होगा। बचा हुआ प्रीमियम राज्य और केंद्र सरकार आपस में आधा-आधा बांटकर भरेंगी। नई योजना में किसानों को कम प्रीमियम देना होगा और क्लैम ज्यादा मिलेगा। सरकार ने पिछली योजना से प्रीमियम पर लगाई गई सीमा को हटा दिया है। साथ ही क्लैम का 25 फीसदी तुरंत किसानों के खाते में जमा हो जाएगा। अब तक बीमा की रकम मिलने में बहुत देरी होती थी।

नई स्कीम सभी किसानों पर लागू होगी चाहे उन्होंने बैंक से लोन लिया है या नहीं। जिन किसानों ने बैंक से कर्ज नहीं लिया है वो फसल बोने की शुरूआत के समय ही संबधित इलाके के सरकारी बैंक में जाकर प्रीमियम की रकम जमा करवा सकते हैं।

क्लैम कैसे निर्धारित होगा

मान लीजिए किसी किसान का बैंक में 2 लाख रुपए का किसान क्रेडिट कार्ड का लोन है। तो उसे खरीफ की फसल के लिए 5 हजार प्रीमियम देना है। अगर 50 फीसदी फसल का नुकसान हुआ है तो किसान को 1 लाख रुपए का इंश्योरेंस क्लैम मिलेगा। अब तक इस क्लैम पर प्रीमियम के आधार पर सरकार ने सीमा लगा रखी थी। इसलिए किसानों को कम क्लैम मिल रहा था। फसल के नुकसान के आकलन के लिए सरकार ने अब टेक्नोलॉजी का उपयोग भी जरूरी कर दिया है।

पुरानी और नई स्कीम का अंतर समझें

फीचर पुरानी बीमा स्कीम नई बीमा स्कीम

प्रीमियम ज्यादा था कम (सरकार किसान से 5 गुना ज्यादा प्रीमियम देगी)

एक सीजन-एक प्रीमियम नहीं हां

इंश्योरेंस कवर सीमित था कोई सीमा नहीं

अकाउंट में पेमेंट हां हां

जगह के हिसाब से कवरेज ओला, भूस्खलन ओला, बाढ़, भूस्खलन

फसल कटाई के बाद कवरेज तटीय क्षेत्र में तूफान की बारिश से कवरेज पूरे देश में तूफान और बेमौसम बारिश से कवरेज

टेक्नोलॉजी का प्रयोग जरूरी नहीं जरूरी

प्रीमियम और क्लैम में ऐसे आएगा अंतर

फसल धान मक्का तिल

सीजन खरीफ 2014 खरीफ 2014 खरीफ 2014

स्केल ऑफ फाइनेंस 30,000 18,000 27,000

(रु/हेक्टेयर में)

फसल का नुकसान 70% 70% 70%

मौजूदा कृषि बीमा योजना

प्रीमियम 22% 57% 42.34%

क्लैम की पात्रता 10,500 2,432 4,910

सीमा 11% 11% 11%

नई प्रधानमंत्री फसल बीमा स्कीम

प्रीमियम 2% 2% 2%

किसान का प्रीमियम 600 360 540

क्लैम की पात्रता 21,000 12,600 18,900

नई और पुरानी स्कीम 10,500 10,168 13,990

में क्लैम की रकम में अंतर

(किसान का फायदा)

 


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