Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
न्यूज क्लिपिंग्स् | पूरे देश से जुटे आदिवासी, वक्ताओं ने कहा- आदिवासियों की अनदेखी न करे सरकार

पूरे देश से जुटे आदिवासी, वक्ताओं ने कहा- आदिवासियों की अनदेखी न करे सरकार

Share this article Share this article
published Published on Oct 17, 2016   modified Modified on Oct 17, 2016
भोगनाडीह. सिदो-कान्हू की प्रतिमा के अपमान के विरोध में पूरे देश से जुटे आदिवासी, वक्ताओं ने कहा 
बरहरवा : वीर शहीद सिदो-कान्हू के जन्मस्थली भोगनाडीह में लौ वीर वैसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में विभिन्न आदिवासी संगठनों के करीब 25 हजार लोग पहुंचे थे. इस दौरान सिदो-कान्हू की प्रतिमा का शुद्धिकरण किया गया. एसके बाद सभा की गयी़ इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि सरकार आदिवािसयों की अनदेखी करना बंद करे़

इससे पूर्व रविवार की सुबह बरहेट क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गयी थी, लेकिन भीड़ के कारण प्रशासन की सारी व्यवस्था ध्वस्त हो गयी और धारा 144 का खुलेआम उल्लंघन हुआ. रोक के बावजूद लोग पारंपरिक हथियार लेकर भोगनाडीह पहुंचे. असम से आये करीब आधा दर्जन आदिवासी नेता को सुबह में ही भोगनाडीह मैदान से गिरफ्तार कर बोरियो थाना ले जाया गया था़ दिन के करीब 11 बजे दुमका व जामताड़ा से भारी संख्या में आये वाहन बैरियर को तोड़ते हुए भोगनाडीह पहुंचे. 

इससे पूर्व शनिवार की दोपहर बाद जिला प्रशासन ने आयोजनकर्ताओं के नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था, जिनकी रिहाई की मांग आदिवासी संगठन के लोग करने लगे. उपायुक्त व एसपी से वार्ता के बाद पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि उनके नेताओं को तीन बजे के बाद छोड़ दिया जायेगा. गिरफ्तार रामकृष्ण सोरेन, जोसेफ सोरेन सहित अन्य को राजमहल व राधानगर थाना में एक रात रखा गया. गिरफ्तार नेताओं को लेकर लगभग 3:30 बजे इंस्पेक्टर दिगंबर मांझी व राजमहल थाना प्रभारी मनोज कुमार भोगनाडीह मंच स्थल पर पहुंचे. मंच पर आने के बाद नेताओं का स्वागत किया गया. रामकृष्ण सोरेन ने बताया कि प्रशासन आदिवासियों के आवाज को दबाना चाहती है. उन्हें धोखे से बुलाकर गिरफ्तार कर लिया गया. जोसेफ सोरेन ने कहा कि सिदो-कान्हू हमारे पूर्वज व भगवान हैं. इनका अपमान हम सभी का अपमान है. हमलोग शांतिपूर्ण लौ वीर वैसी कार्यक्रम का आयोजन कर रहे थे, किंतु प्रशासन ने कार्यक्रम को बिगाड़ना चाहा़ हालांकि प्रशासन अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हुआ.

भोगनाडीह के बगल में मोमीन टोला स्थित एक धार्मिक स्थल के मुख्य गेट के गुंबद को अज्ञात लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. सूचना मिलने पर प्रशासन ने तत्काल गुंबद की मरम्मत करायी. सूचना मिलने पर डीसी व एसपी दोबारा भोगनाडीह पहुंचे और एहतियातन वहां पुलिस बल की तैनात कर दी गयी. 

13 गिरफ्तार : भोगनाडीह में रविवार को पुलिस प्रशासन ने बंगाल के बाकुड़ा व शिकारीपाड़ा क्षेत्र के 13 लोगाें को गिरफ्तार कर बोरियो थाना में रखा. 

हेमंत सोरेन व विजय हांसदा के कारण उत्पन्न हुई यह स्थिति : निर्मल

बरहरवा : शहीद सिदो-कान्हू व चांद-भैरव की प्रतिमा का शुद्धिकरण के बाद विस्थापन विरोधी एकता मंच के संयोजक निर्मल टुडू ने कहा कि स्थानीय विधायक हेमंत सोरेन व सांसद विजय हांसदा की गलत नीति के कारण ही शहीद सिदो-कान्हू व चांद-भैरव की प्रतिमा की पूजा करने पर भी प्रशासन द्वारा धारा 144 लगा दी गयी,ताकि आदिवासी समुदाय के लोग इकट्ठा न हो सकें. साथ ही हमारे पारंपरिक हथियार तीर-धनुष को भोगनाडीह में स्थापित की गयी प्रतिमाओं के समक्ष पूजा-अर्चना करने से भी रोका गया है. यह खेद की बात है. वहीं मांझी परगना लाहंती बैसी के विशेष आमंत्रित सदस्य छुतार किस्कू ने कहा कि शहीद सिदो-कान्हू प्रतिमा की प्रतिमा पर पान का पिक फेंकना व शहीद के वंशजों के साथ मारपीट की घटना काफी निंदनीय है. उन्होंने प्रशासन से दोषियों पर देशद्रोह एक्ट लगाकर फांसी देने की मांग की. 

साहिबगंज . सिदो कान्हू के भोगनाडीह स्थित घर के बाहर आदिवासी साहित्य व तस्वीरों की जमकर बिक्री हुई. रविवार सुबह से ही लोग खरीदारी के लिए जुटे रहे. 

हजारों का चढ़ा चढ़ावा 

साहिबगंज . भोगनाडीह स्थित सिदो कान्हू की प्रतिमा व उनके घर पर हजारों लोग पहुंचे. इस दौरान हजारों रुपये का चढ़ावा भी चढ़ाया गया. 
देर शाम नियम से की गयी पूजा-अर्चना

साहिबगंज . रविवार देर शाम सभी पांचों पदाधिकारी व परिजनों ने सिदो कान्हू की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की.

सिदो-कान्हू के वेश में आये थे दो लोग
साहिबगंज. बाकुड़ा पश्चिम बंगाल से सिदो कान्हू के वेश में दो सदस्य आये थे. हाथ में तीर धनुष भी था. जो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहे.

http://www.prabhatkhabar.com/news/ranchi/story/877837.html


Related Articles

 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close