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न्यूज क्लिपिंग्स् | सस्ती दर पर उपलब्ध होगा हरा चारा

सस्ती दर पर उपलब्ध होगा हरा चारा

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published Published on Jun 16, 2010   modified Modified on Jun 16, 2010

पटना समेकित कृषि विकास योजना की राशि से सरकार कृषि फार्म को हरा चारा उत्पादन केन्द्र के रूप में विकसित करेगी। इसके लिए प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित होगी। इससे पौष्टिक व सस्ती दर पर हरा चारा उपलब्ध हो सकेगा। कृषि पैदावार बढ़ाने के लिए राज्य को जलवायु के आधार पर चार क्षेत्रों में विभाजित कर समेकित कृषि प्रणाली का माडल तैयार किया गया है।

चारा केन्द्र पर डेढ़ करोड़ व्यय : कृषि विभाग के अनुसार विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति ने सरकारी कृषि फार्म में हरा चारा उत्पादन के लिए डेढ़ करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। इसमें सफलता पर उत्पादन में वृद्धि की जायेगी। भू-अर्जन की समस्या के कारण पूर्व के कृषि फार्म का ही अधिकाधिक उपयोग करना है। कृषि विभाग के अनुसार जलवायु के आधार पर चयनित जिलों में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना कार्यक्रमों को लागू किया जायेगा।

चार जलवायु क्षेत्र में विभाजन :योजना के तहत कृषि जलवायु क्षेत्र- 1 में वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी , मुजफ्फरपुर व शिवहर का चयन किया गया है। इन जिलों में धान, मछली, बतख व मधुमक्खी पालन किया जायेगा। कृषि जलवायु क्षेत्र- 2 में शामिल सारण, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण व पश्चिम चंपारण में फसल के साथ मत्स्यपालन, सब्जी, सूअर, बकरी व कुक्कुट पालन किया जायेगा। क्षेत्र- 3 जलवायु वाले जिले भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद, बक्सर, भोजपुर, जहानाबाद, गया, नालन्दा, पटना, नवादा, बांका, जमुई, शेखुपरा, लखीसराय व भागलपुर जिलों में फसल के अलावा मत्स्यपालन, सूअर पालन, सब्जी, फल उत्पादन व भेड़ पालन के लिए किसानों को प्रेरित किया जायेगा। इसके लिए किसानों को अनुदान का भी प्रावधान है। कृषि जलवायु क्षेत्र-4 में शामिल सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, खगड़िया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा व मधुबनी में मखाना, सिंघाड़ा, मस्यपालन, डेयरी, बांस , सब्जी, फल उत्पादन व कुक्कट पालन को बढ़ावा देना है। विभाग के अनुसार 11 वीं योजना के दौरान कृषि क्षेत्र में 4 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत अतिरिक्त सहायता प्रदान की जा रही है।


http://in.jagran.yahoo.com/news/local/bihar/4_4_6495458_1.html


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