Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
न्यूज क्लिपिंग्स् | साल 2022 में जल, जमीन, जंगल बचाने में 177 पर्यावरण रक्षकों ने गंवाई अपनी जान

साल 2022 में जल, जमीन, जंगल बचाने में 177 पर्यावरण रक्षकों ने गंवाई अपनी जान

Share this article Share this article
published Published on Sep 13, 2023   modified Modified on Sep 13, 2023

डाउन टू अर्थ, 13 सितम्बर 

2022 में जल, जमीन, जंगल और पर्यावरण को बचाने की जद्दोजेहद में 177 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। मतलब की हर दूसरे दिन दुनिया के किसी न किसी हिस्से में कोई न कोई कार्यकर्ता, पर्यावरण को बचाने के लिए अपने जीवन की आहुति दे रहा है। 2012 से देखें तो अब तक 1910 लोगों की हत्या हो चुकी है। वहीं 2022 के दौरान एशिया में जो 16 मामले दर्ज किए गए हैं, उनमें से 11 फिलीपींस, तीन इंडोनेशिया में और दो भारत में सामने आए हैं। 

हालांकि विडम्बना देखिए की इनमें से अधिकांश मामलों में अपराधियों को सजा तक नहीं हुई है। सरकारी जांच में विफलता के चलते बहुत कम अपराधी ही दोषी साबित होते हैं। नतीजन कानून का डर न रहने के कारण आगे के हमलों को बढ़ावा मिला है। यह जानकारी पर्यावरण के मुद्दे पर काम कर रहे अंतर्राष्ट्रीय संगठन ग्लोबल विटनेस द्वारा जारी नई रिपोर्ट में सामने आई है।

यह भी पता चला है कि दुनिया भर में मूल निवासियों को सबसे ज्यादा निशाना बनाया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक जहां मूल निवासी दुनिया की केवल पांच फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं वैश्विक स्तर पर जल, जंगल, जमीन को बचाने में हुई कुल हत्याओं में उनका हिस्सा 34 फीसदी था।

रिपोर्ट के मुताबिक अमेजन पर्यावरक रक्षकों के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक स्थानों में से एक है। जहां पिछले वर्ष 39 पर्यावरण रक्षकों की हत्या कर दी गई थी। देखा जाए तो दुनिया में पर्यावरण को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हर पांचवे पर्यावरण रक्षक की हत्या दुनिया के सबसे बड़े वर्षावन में हो रही है। 2014 से देखें तो अमेजन में कम से कम 296 रक्षक मारे गए हैं।
पूरी खबर- डाउन टू अर्थ


डाउन टू अर्थ, 13 सितम्बर https://www.downtoearth.org.in/hindistory/development/sustainable-development/177-environmentalists-lost-their-lives-in-the-struggle-to-save-water-land-forests-and-environment-91711
 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close