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न्यूज क्लिपिंग्स् | गुजरात बनाम केरल मॉडल

गुजरात बनाम केरल मॉडल

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published Published on May 3, 2020   modified Modified on May 3, 2020

-सत्याग्रह,

इस सदी का शुरुआती दशक खत्म होने को था कि गुजरात मॉडल नाम का एक शब्द चर्चा में आया. नरेंद्र मोदी तब गुजरात के मुख्यमंत्री थे. गुजरात मॉडल की चर्चा इसलिए होने लगी थी कि वे अक्सर इसकी बात करने लगे थे. लेकिन अपने नाम के आगे प्रशंसा की तरह मॉडल शब्द लगाने वाला गुजरात भारत का पहला राज्य नहीं था. ऐसा पहला राज्य था केरल.

केरल मॉडल की पहले-पहल चर्चा 1970 के दशक में हुए एक अध्ययन के बाद हुई थी. यह अध्ययन तिरुवनंतपुरम स्थित सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज के अर्थशास्त्रियों ने किया था. इसमें बताया गया कि आबादी, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े कई पैमानों पर एक गरीब देश का यह छोटा सा राज्य बड़े-बड़ों को पछाड़ता है. जनसंख्या वृद्धि, महिलाओं की शिक्षा और नवजात मृत्यु दर जैसे मानकों पर केरल कभी-कभी तो यूरोप और उत्तरी अमेरिका के कुछ इलाकों को भी मात दे रहा था.

अर्थशास्त्रियों और जनसांख्यिकी विशेषज्ञों ने केरल की तारीफ की. जल्द ही समाज और राजनीति शास्त्री भी इस गाड़ी में सवार हो गए. दोनों ने इसके अपने-अपने कारण बताए. पहले वर्ग का तर्क था कि 20वीं सदी के दौरान केरल में जाति और वर्ग की दीवारें काफी तेजी से टूटी थीं. दूसरे वर्ग ने कहा कि संविधान के 73 और 74वें संशोधनों को लागू करने में केरल बाकी राज्यों से आगे रहा और यहां नगर पालिकाओं और पंचायतों को भारत में बाकी जगहों के मुकाबले ज्यादा ताकत दी गई.

जॉन एफ कैनेडी के मशहूर शब्द हैं कि सफलता के कई पिता होते हैं और असफलता अनाथ होती है. तो जब केरल की ये उपलब्धियां चर्चित हुईं तो सब इसका श्रेय लेने की होड़ करने लगे. राज्य की सत्ता में लंबे समय तक रहे कम्युनिस्टों ने कहा कि यह बदलाव उनकी क्रांतिकारी आर्थिक नीतियों की बदौलत हुआ. उधर, महान समाज सुधारक श्री नारायण गुरु (1855-1928) के अनुयायियों का दावा था कि यह उनके गुरु की समतावादी शिक्षाओं का नतीजा है. केरल में तब तक त्रावणकोर और कोचीन राजघराने के भी कई वफादार बचे थे. उनका कहना था कि शिक्षा और वह भी खासकर लड़कियों की शिक्षा के मामले में उनके शासकों की सोच बाकी भारत के महाराजाओं या नवाबों की तुलना में कहीं प्रगतिशील थी. केरल के ईसाई समुदाय ने भी इसका श्रेय लेने की कोशिश की जिसका कहना था कि राज्य में सबसे अच्छे स्कूल, कॉलेज और अस्पताल चर्च चला रहा है.

पूरा लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें. 


रामचंद्र गुहा, https://satyagrah.scroll.in/article/135257/gujarat-banam-kerala-model-corona-virus-ramachandra-guha


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