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न्यूज क्लिपिंग्स् | भारत में लिथियम खोज एक उम्मीद की किरण, खदान से बैटरी बनने तक एक लंबी यात्रा बाकी

भारत में लिथियम खोज एक उम्मीद की किरण, खदान से बैटरी बनने तक एक लंबी यात्रा बाकी

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published Published on Feb 20, 2023   modified Modified on Feb 21, 2023

मोंगाबे हिंदी, 20 फरवरी

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) द्वारा जम्मू और कश्मीर में लिथियम भंडार की प्रारंभिक खोज पर हाल ही में की गई घोषणा ने दुर्लभ क्षार धातु पर निर्भर कई उद्योगों को उत्साहित किया है। जीएसआई के अनुसार, इसने जम्मू और कश्मीर में रियासी जिले के सलाल-हैमाना क्षेत्र में ‘लिथियम के अनुमानित भंडार’ की खोज की है – जिनकी गणना सतह और नमूनों के भौतिक और रासायनिक अध्ययन के आधार पर की जाती है।

इस खबर ने लिथियम-आधारित बैटरी, इलेक्ट्रिक वाहन, सौर उपकरण और अन्य उद्योगों के निर्माताओं को आशा दी है। देश के ये उद्योग लिथियम की अपनी ज़रूरतों के लिए अधिकतर चीन और अन्य देशों पर निर्भर हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में अप्रैल-दिसंबर के बीच भारत ने लिथियम और लिथियम-आयन के आयात के लिए 163 अरब रुपये खर्च किये।

गुजरात की लिथियम-आयन बैटरी बनाने वाली कंपनी रेनॉन इंडिया के प्रबंध निदेशक आदित्य विक्रम ने मोंगाबे-इंडिया को बताया कि धातु की घरेलू स्तर पर उपलब्धता बैटरी उत्पादन की लागत 5% से 7% तक कम कर सकती है। भारत वर्तमान में लिथियम-आयन सेल के निर्माण में लगने वाले सभी प्रमुख वस्तुओं का आयात करता है।
पूरी खबर- मोंगाबे हिंदी


मोंगाबे हिंदी, 20 फरवरी https://hindi.mongabay.com/2023/02/20/preliminary-exploration-of-lithium-in-india-offers-early-hope-but-a-long-journey-remains-ahead/
 

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