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न्यूज क्लिपिंग्स् | किसानों की उम्मीद पर फिरा पानी, आंधी और ओलावृष्टि से फसल तबाह

किसानों की उम्मीद पर फिरा पानी, आंधी और ओलावृष्टि से फसल तबाह

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published Published on Mar 5, 2018   modified Modified on Mar 5, 2018
होली की खुशियां खत्म भी नहीं हुईं थीं कि रविवार को आंधी, ओलावृष्टि और बारिश ने किसानों को गम के आंसुओं में डुबो दिया। मथुरा जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों में रुक-रुक कर हुई ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। नौहझील क्षेत्र में सर्वाधिक नुकसान का अनुमान है। किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें हैं, किसानों को इस बार अच्छी फसल की उम्मीद थी।

हलधर दाऊजी महाराज का हुरंगे का उल्लास खत्म भी नहीं हुआ था कि रविवार को दोपहर बाद करीब तीन बजे मौसम ने अचानक करवट ली। तेज अंधड़ के एक झटके ने आसमान को घने बादलों से घेर लिया। करीब साढ़े तीन बजे नौहझील क्षेत्र में हुई जबर्दस्त ओलावृष्टि को देखकर किसानों के होश उड़ गए। किसान खेतों की ओर दौड़ पड़े। उनके आंखों के सामने खड़ी फसल पलक झपकते ही जमीन में बिछ गई।

ओलों की मार ने फसल को तबाह करना शुरू कर दिया। यहां कहर थमा, उससे पहले शेरगढ़ क्षेत्रों में ओलों ने फसल तबाह करनी शुरू कर दी। किसान भारी सदमे में आ गए। इसके बाद नंदगांव, चौमुहां, छाता, शेरगढ़ व मांट ब्लॉक के विभिन्न हिस्सों में आंधी और बारिश का दौर शुरू गया। धीरे-धीरे बारिश मथुरा ब्लॉक के गांवों तक पहुंच गई। दोपहर साढ़े तीन से शाम छह बजे तक इन्द्रदेव ने फसल को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

कृषि विज्ञान केंद्र भी चिंता में, किसानों को सलाह

मथुरा। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. एसके मिश्रा ने बताया कि इस बार जनपद में सरसों, गेहूं और आलू की फसल काफी बेहतर थी। लेकिन रविवार को जिन क्षेत्रों में ओलावृष्टि व बारिश हुई है, वहां बड़ा नुकसान हुआ है। खासकर जहां सरसों की कटाई नहीं हुई है, वहां ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। धूप निकलते ही सरसों झड़ेगी। ऐसे में जरूरी है कि किसान फसल सूखने से पहले ही सरसों की कटाई कर लें। इसी तरह आलू के खेत में अगर पानी भर गया है, तो नुकसान निश्चित है। इससे आलू सड़ सकता है। उसकी क्वालिटी गिरेगी और स्टोरेज क्षमता खत्म होगी। उन्होंने बताया कि गेहूं की जिस फसल में दाना पड़ गया था और किसानों ने पानी लगा दिया था, उसे बड़ा नुकसान होगा। फसल के जमीन पर बिछने की स्थिति में कटाई नहीं हो सकेगी। दाना पिचक जाएगा।

नंदगांव क्षेत्र में भारी क्षति

नंदगांव। आंधी और बारिश से गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। किसान मदन लाल ने बताया कि आधा दर्जन से अधिक गांवों में पचास फीसदी से ज्यादा फसल नष्ट हो गई है। गिडोह में ओलावृष्टि से भारी नुकसान है।

चौमुहां क्षेत्र में किसान मायूस

छटीकरा। रविवार को दोपहर करीब पौने तीन बजे आई आंधी-तूफान से गेहूं, सरसों की फसलें गिर गईं तथा अगरयाला, अस्तौली व नौगांव में ओले गिरे। इससे फसल में भारी क्षति हुई है। किसानों ने बताया कि उनकी फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं। अब उनमें 25 फीसदी भी उत्पादन न होने के आसार हैं।

रान्हेरा किसानों में छाया मातम

रान्हेरा। गांव में ओलों से गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। यहां रविवार शाम चार बजे तेज हवा के साथ ओले पड़े और बारिश हुई। किसानों का कहना है कि गेहूं और जौ की फसल ओलों की चपेट में आने से बर्बाद हो गई है। सिंडिकेट बैंक के सामने कई घंटे तक बारिश के पानी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जंगलों में ओले एवं बिजली की तड़तड़ाहट से पक्षी एवं जीव-जंतु चोटिल हो गए हैं। इस भयानक कहर से रान्हेरा के किसानों में मातम छाया हुआ है।

नौहझील में भारी क्षति, किसान खून के आंसू रोए

क्षेत्र के खादर के गांव मुसमुना, भैरई, नानकपुर, मनीगढ़ी, खुशलागढ़ी, अनरदा गढ़ी, तिलका गढ़ी रायपुर, मढ़ुआका, सीगौंनी, मानागढ़ी आदि गांवों में रविवार को शाम चार बजे पहले तेज हवाओं के साथ बरसात हुई, बाद में ओले गिरे। ओलों ने किसानों पर बज्रपात कर दिया। रायपुर निवासी सोनू व ओमप्रकाश ने बताया कि ओलों से खेत में खड़ी सरसों की सारी बालियां झड़ गईं और उनका दाना बिखर गया। पालखेड़ा निवासी गिरीश चौधरी ने बताया कि गेहूं की फसल जो लहलहा रही थी, उस फसल को हवा का एक तेज झोंका और ओलों की बरसात ने तबाह क दिया। नरवारी क्षेत्र के गांव बरौठ, रामनगला, पालखेड़ा, हसनपुर, चांदपुरकलां आदि गांवों में तेज बरसात हुई और हल्की-फुल्की ओलावृष्टि हुई है। किसान सुभाष नौहवार ने बताया कि 15 बीघा खेत में लाहे की फसल की कटाई की गई थी। फसल खेत में थी, जो ओलावृष्टि से नष्ट हो गई है। जिला पंचायत सदस्य मुकेश भारद्वाज ने शासन से मांग की है कि बर्वाद फसल का मुआयना कराकर किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए।

तेज आंधी के साथ हुई बारिश, जगह-जगह जलभराव

वृंदावन। रविवार शाम को मौसम ने अचानक अंगड़ाई ली। तेज आंधी के साथ बारिश हुई। कुछ समय के लिए काले घने बादल छा गए। शाम करीब चार बजे तेज आंधी के साथ काले घने बादल छा गए। पहले ठंडी तेज हवाएं चलीं, फिर आधे घंटे तक लगातार बारिश हुई। आंधी के कारण नगर की बिजली सप्लाई कई घंटे तक बाधित रही। नगर में जगह-जगह जलभराव हो गया। गोपीनाथ बाजार, विद्यापीठ चौराहा, दाऊजी तिराहा, सीएफसी चौराह, भट्टरभवन के सामने जलभराव होग गया। लोग दुकानों के बाहर रखा अपना सामान सुरक्षित करते नजर आए।


https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/mathura/story-crops-distroyed-from-the-storm-and-hail-1833496.html


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