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न्यूज क्लिपिंग्स् | गेहूं खरीद में सरकार को संकट से पंजाब और हरियाणा ने ही उबारा, कुल खरीद 250 लाख टन तक पहुंचने की संभावना

गेहूं खरीद में सरकार को संकट से पंजाब और हरियाणा ने ही उबारा, कुल खरीद 250 लाख टन तक पहुंचने की संभावना

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published Published on May 1, 2023   modified Modified on May 1, 2023

रूरल वॉयस, 01 मई

पिछले साल की मुश्किल स्थिति के बाद सरकार को गेहूं के मोर्चे पर इस साल राहत मिलती दिख रही है। अभी तक सरकारी खरीद का ट्रेंड देखें तो चालू रबी मार्केटिंग सीजन (2023-24) में गेहूं की सरकारी खरीद 250 लाख टन से अधिक रहने का अनुमान है। 28 अप्रैल तक गेहूं की सरकारी खरीद 213.10 लाख टन पर पहुंच गई थी। पिछले साल (2022-23) गेहूं की कुल सरकारी खरीद ही 187.92 लाख टन रही थी। इस साल की खरीद में करीब आधा हिस्सा पंजाब का और करीब एक चौथाई हिस्सा हरियाणा का है। मध्य प्रदेश पिछले कुछ साल में पंजाब के करीब पहुंच गया था, वहां इस साल गेहूं की सरकारी खरीद हरियाणा से भी कम हुई है। बाकी राज्य मिलकर पूरे सीजन में शायद 10 लाख टन का आंकड़ा भी न छू सकें। इनमें सबसे अधिक गेहूं उत्पादन करने वाला उत्तर प्रदेश भी है। इन राज्यों में कुल खरीद अभी ढाई लाख टन तक भी नहीं पहुंची है।
पिछले साल मार्च में तापमान में अचानक बढ़ोतरी के चलते गेहूं उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ा था। शुरुआत से ही बाजार में कीमतें 2,015 रुपये प्रति क्विटंल के न्यूतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से अधिक चल रही थीं। यही वजह है कि सरकार द्वारा गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने और मानकों में छूट देने के बाद भी गेहूं की सरकारी खरीद 187.92 लाख टन पर अटक गई थी। वहीं दिसंबर आते-आते गेहूं की कीमत 3000 रुपये प्रति क्विंटल को पार कर गई थी। इसी से चिंतित सरकार ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध को बरकरार रखा है। साथ ही जनवरी से मार्च तक ओपन मार्केट स्कीम के तहत करीब 40 लाख टन गेहूं की बिक्री भी की, जिससे गेहूं की कीमतों में गिरावट आई। इस बार गेहूं का एमएसपी 2,125 रुपये प्रति क्विंटल है।
पूरी खबर- रूरल वॉयस


रूरल वॉयस, 01 मई https://www.ruralvoice.in/national/punjab-and-haryana-saves-the-government-in-wheat-procurement-total-procurement-may-stay-about-250-lakh-tons.html
 

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