Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
न्यूज क्लिपिंग्स् | पांच तरीके से दसवीं-बारहवीं की परीक्षा, फीस में भारी अंतर

पांच तरीके से दसवीं-बारहवीं की परीक्षा, फीस में भारी अंतर

Share this article Share this article
published Published on Mar 28, 2016   modified Modified on Mar 28, 2016
रायपुर,राज्य में छात्र-छात्राओं के लिए दसवीं-बारहवीं परीक्षा पास करने के लिए पांच तरीके से परीक्षा आयोजित की जा रही है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल अकेले तीन तरह की परीक्षा आयोजित करता है। इसमें नियमित परीक्षार्थी, स्वाध्यायी परीक्षा और पत्राचार परीक्षा है। तीनों परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र एक जैसे हैं, लेकिन अलग-अलग फीस ली जा रही है।

वहीं राज्य ओपन स्कूल और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) की परीक्षा लेने की पद्धति लगभग एक है, लेकिन दोनों की फीस के मापदंड अलग हैं। यानी एक ही तरह के परीक्षा के लिए अलग-अलग फीस ली जा रही है। जानकारों का कहना है कि जब एक ही तरह के प्रश्न पत्र से परीक्षा हो रही है तो शुल्क का मापदंड भी तय होना चाहिए। ओपन स्कूल के रहते हुए भी मंडल द्वारा पत्राचार परीक्षा लेना अप्रासांगिक लगता है।

ओपन स्कूल तो फिर पत्राचार क्यों?

राज्य में ओपन स्कूल संचालित हो रहा है। यहां तक कि एनआईओएस भी संचालित है। दोनों ही दूरवर्ती परीक्षा लेते हैं। इसके बावजूद मंडल में पत्राचार परीक्षा ली जा रही है, जबकि बमुश्किल 5 से 6 हजार परीक्षार्थी मिलते हैं। उनके लिए मंडल अलग से किताब छापता है और उसके एवज में फीस भी लेता है। हर साल नवम्बर में बोर्ड परीक्षाओं के लिए पत्राचार के परीक्षार्थी फीस जमा करते हैं और उन्हें परीक्षा के महज एक महीने पहले पढ़ने के लिए किताबें मिलती हैं। पत्राचार परीक्षा में दसवीं के विद्यार्थी से 750 रुपए एवं हायर सेकंडरी के परीक्षार्थियों से कला में 810 और विज्ञान संकाय में 870 रुपए प्रति छात्र से वसूला जाता है।

परीक्षा पद्धति

1. नियमित परीक्षार्थी के लिए परीक्षा

एजेंसीः छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल

फीसः दसवीं के लिए करीब 250 और बारहवीं के लिए कुल 250 रुपए परीक्षा एवं अन्य खर्च

2. स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा

एजेंसीः छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल

फीसः दसवीं के लिए 450 एवं बारहवीं के लिए करीब 550 रुपए फीस

3.पत्राचार परीक्षा

एजेंसीः छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल

फीसः दसवीं के लिए 750 रुपए, बारहवीं के लिए 870 रुपए फीस

4. दूरवर्ती शिक्षा

एजेंसीः छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल

फीसः दसवीं के लिए 1100 रुपए, बारहवीं के लिए 1250 रुपए

5. दूरवर्ती शिक्षा

एजेंसीः नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग

फीसः दसवीं के लिए1900 रुपए , बारहवीं के लिए 2300 रुपए फीस

एनआईओएस की अभी-अभी फीस कुछ बढ़ाई गई है। वास्तविक फीस की जानकारी अभी नहीं दे सकता हूं आप बाद में जानकारी ले लीजिएगा। - एके भट्ट , क्षेत्रीय निदेशक, एनआईओएस

पत्राचार परीक्षा में बहुत कम बच्चे मिल रहे हैं। स्वाध्यायी परीक्षा और पत्राचार परीक्षा के लिए हम निर्णय ले रहे हैं। इस साल पत्राचार परीक्षा को समाप्त करने का विचार करेंगे। - केडीपी राव, अध्यक्ष, माशिमं

पत्राचार परीक्षा की लगातार विरोध किया गया है। परीक्षा चाहे नियमित हो या दूरवर्ती सभी के लिए एक जैसे मापदंड होने चाहिए। - सुधीर गौतम, सदस्य, माशिमं

अलग-अलग फीस लेना अप्रासंगिक है

राज्य में जब एक ही तरह की एजेंसियां फीस ले रही हैं तो अलग-अलग फीस लेना अनुचित है। जहां तक मंडल में पत्राचार और स्वाध्यायी परीक्षा के लिए अलग-अलग फीस लिया जा रहा है, यह अप्रासंगिक है। शिक्षा की गुणवत्ता के लिए राज्य ओपन स्कूल होते हुए मंडल का इतना पैर फैलाना शिक्षा के गुणवत्ता के खिलाफ है। - बीकेएस रे, पूर्व अध्यक्ष माशिमं

 


- See more at: http://naidunia.jagran.com/chhattisgarh/raipur-10th-12th-exam-in-five-ways-a-huge-difference-in-fees-697072#sthash.2ckAQvZx.dpuf


Related Articles

 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close