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न्यूज क्लिपिंग्स् | मध्यप्रदेश: सालभर में 6 हजार 639 रुपए बढ़ी प्रति व्यक्ति आय

मध्यप्रदेश: सालभर में 6 हजार 639 रुपए बढ़ी प्रति व्यक्ति आय

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published Published on Feb 27, 2018   modified Modified on Feb 27, 2018
भोपाल। बजट से पहले मंगलवार को विधानसभा में राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण आया। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय में इस साल लगभग 6 हजार 639 रुपए यानी 9.06 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।


अग्रिम अनुमानों के हिसाब से राज्य की शुद्ध प्रति व्यक्ति आय 73 हजार 268 रुपए से बढ़कर 79 हजार 907 रुपए हो गई है। 2011-12 के स्थिर भावों से देखें तो यह आय 52 हजार 406 रुपए से बढ़कर 55 हजार 442 रुपए हो गई, जो पिछले साल की तुलना में 5.79 प्रतिशत अधिक है।


आर्थिक सर्वेक्षण 2017-18 में बताया गया कि प्रदेश में लगातार राजस्व आधिक्य की स्थिति बनी हुई है। मार्च 2017 की स्थिति में शुद्ध लोक ऋण 92 हजार 320 करोड़ रुपए रहा। खनिज क्षेत्र में 19.35 फीसदी की राजस्व वृद्धि हुई। नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा राशि में भी बढ़ोतरी हुई है। 2015-16 की तुलना में 2017-18 में जमा राशि में 6.58 प्रतिशत और कर्ज लेने में 11.86 फीसदी का इजाफा हुआ है।


सूखे से निपटने 511 करोड़ रुपए


सूखे से निपटने के लिए सरकार ने जिलों को 511 करोड़ रुपए दिए हैं। इससे सूखा प्रभावितों को राहत सहायता मुहैया कराई जा रही है। प्रदेश के 18 जिलों की 133 तहसीलें सूखाग्रस्त घोषित हैं।


5.92 करोड़ पर्यटक आए

प्रदेश में इस साल 5 करोड़ 92 लाख पर्यटक विभिन्न् पर्यटन स्थलों पर भ्रमण के लिए आए। दिसंबर 2017 तक पर्यटन विकास निगम को 78 करोड़ 24 लाख रुपए से ज्यादा की आय हुई। जबकि पिछले साल 126 करोड़ रुपए से ज्यादा आय निगम को हुई थी।


प्रति हजार पर शिशु मृत्यु दर 50

स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार काम करने के बावजूद सितंबर 2015 की स्थिति में शिशु मृत्यु दर प्रति हजार पर 50 बनी हुई है। यह दर राष्ट्रीय स्तर से अभी भी अपेक्षाकृत ज्यादा है। संस्थागत प्रसव के कारण मातृ और शिशु मृत्युदर को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।


2.33 फीसदी घटे नियमित कर्मचारी

प्रदेश में भर्ती न होने और लगातार अधिकारियों-कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने से नियमित कर्मचारियों की संख्या पिछले साल की तुलना में इस साल 2.33 प्रतिशत घट गई है। मार्च 2016 में कर्मचारियों की संख्या 7 लाख 44 हजार 137 रही, जो 2015 की तुलना में 0.61 प्रतिशत कम है। नियमित कर्मचारियों की संख्या में 2.33 प्रतिशत की कमी आई है। इसी तरह विकास प्राधिकरण और विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण में 0.40 प्रतिशत कमी रही।


11.22 लाख बेरोजगार, 422 को दिलाया रोजगार

प्रदेश में बेरोजगारी का आलम रोजगार कार्यालयों के आंकड़ों से समझा जा सकता है। रोजगार के लिए 11.22 लाख शिक्षित आवेदकों ने रोजगार कार्यालयों में पंजीयन कराया। इनमें से सिर्फ 422 को विभिन्न् कार्यालयों में रोजगार दिलाया गया।


87 हजार को कराया तीर्थदर्शन

प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत दिसंबर 2017 तक 87 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा कराई। वहीं, 169 मंदिरों के जीर्णोद्धार पर 19 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं। 31 जिलों में पुजारियों को नौ करोड़ रुपए का मानदेय दिया गया।


85 फीसदी ग्रामीण क्षेत्रों का विद्युतीकरण

प्रदेश के 85 फीसदी ग्रामीण क्षेत्र का विद्युतीकरण हो चुका है। सबसे ज्यादा बिजली का उपयोग कृषि क्षेत्र में हो रहा है। घरों में 25.3 प्रतिशत बिजली की खपत हो रही है। मध्यप्रदेश बिजली सरप्लस राज्य बन चुका है।


30 लाख परिवार को नए गैस कनेक्शन

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत प्रदेश की 30.13 लाख गरीब परिवार की महिलाओं को नए रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए गए। प्रदेश में कुल 72 हजार 38 लाख परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जाने हैं।


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