Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
न्यूज क्लिपिंग्स् | मिट्टी में मिला दिया एक करोड़ का गेहूं!

मिट्टी में मिला दिया एक करोड़ का गेहूं!

Share this article Share this article
published Published on Jul 2, 2010   modified Modified on Jul 2, 2010
धार/मालवा-निमाड़ अंचल. मालवा-निमाड़ अंचल में करीब एक करोड़ रुपए का 8 हजार क्विंटल गेहूं खुले परिसरों में बिखर गया। समर्थन मूल्य पर इसकी आवक तो खरीदी केंद्रों पर दर्ज हुई लेकिन यह सरकार के गोदामों तक नहीं पहुंच पाया।

सहकारी समितियों की यह लापरवाही मालवा-निमाड़ के तीन जिलों में ज्यादा हुई। मिट्टी में मिले इस गेहूं से 40 हजार परिवारों का एक माह तक पेट भर सकता है। सबसे अधिक गेहूं धार जिले में बिखरा, यहां 3470 क्विंटल गेहूं बर्बाद हो गया।


समर्थन मूल्य पर खरीदी और उसके संग्रहण-परिवहन में लापरवाही से यह स्थिति बनी। शेष जिलों में खरीदी और भंडारण मात्रा में कोई अंतर नहीं आया, ऐसे में तीन जिलों की समितियों पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। बुरहानपुर में मात्र 20 क्विंटल गेहूं का अंतर आया।


धांधली को घटत का नाम-सवाल खड़ा किया जा रहा है कि केवल तीन जिलों में ही गेहूं की इतनी अधिक घटत हुई। सूत्रों का कहना है घटत का कोई पैमाना नहीं है, इसका फायदा उठाकर समिति के कर्ताधर्ताओं ने गणित कर लिया जिसे घटत नाम दे दिया।


जिला सहकारी केंद्रीय बैंक धार के अध्यक्ष खेमराज पाटीदार ने कहा धार, बदनावर व राजगढ़ क्षेत्र के केंद्र में घटत ज्यादा आई। यहां बड़े तौल कांटे लगे होने तथा बारदान गीले होने से अंतर ज्यादा आया। धांधली की अधिक आशंका नहीं है, आटे में नमक जैसा हो सकता है।


कैसे होगी भरपाई


विपणन संघ :


संघ सिर्फ उसी गेहूं का भुगतान करेगा, जो गोदामों में जमा हुआ है। खरीदी के आधार पर समितियों को भुगतान नहीं होगा।


सहकारी समिति :


इसकी भरपाई समिति खरीदी के बदले मिलने वाले कमीशन (दो प्रश दर) से करेगी। उदाहरणतया धार जिले में समितियों का कमीशन लगभग 2 करोड़ रुपए बना, घटत के कारण 41 लाख रुपए कम हो जाएंगे।



घटत के नमूने :


खरगोन की पूजा सहकारी समिति में सबसे अधिक घटत दर्ज की गई। डीएमओ के अनुसार इस समिति ने 64820 क्विंटल गेहूं खरीदना बताया जबकि गोदामों में 63630 क्विंटल गेहूं ही पहुंचा है। 1190 क्विंटल गेहूं कम हो गया।


धार की नौगांव सहकारी समिति ने 56395 क्विंटल खरीदा। प्रबंधक कन्हैयालाल चौहान के अनुसार लगभग ५५ हजार ८५६ जमा किया है। 539 क्विंटल की घटत है।

कथन :

जिले में 3470 क्विंटल की घटत की सूचना है। इनमें से एक-दो फीसदी रिजेक्ट हुआ है। भारी मात्रा में खरीदी के कारण ऐसा हुआ है।


- के.के. शर्मा, जिला विपणन अधिकारी धार


गेहूं का हिसाब


40हज़ार परिवारों का एक माह तक पेट भर सकता था मिट्टी मिले गेहूं से 3470 क्विंटल गेहूं धार जिले में बर्बाद हो गया


घटत का गणित


जिला खरीदी हुई भंडारण घटत/अंतर

धार 910180 906710 3470
खरगोन 719050 716080 2970
खंडवा 550920 549690 1230

(स्रोत- जिला विपणन कार्यालय, आंकड़े क्विंटल में)


ऐसे हुआ बर्बाद


सहकारी समितियों द्वारा खरीदे गए गेहूं के उठाव व परिवहन के लिए बार-बार कहा गया। देरी के कारण मंडियों व खरीदी केंद्रों पर संग्रहित गेहूं बिखरता चला गया। जब उठाव के बाद भंडारण के लिए गेहूं गोदामों में पहुंचा तो मात्रा कम पाई गई। कुछ समितियों ने भी संग्रहण में लापरवाही बरती। इससे समितियों को ही आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।

http://www.bhaskar.com/article/MP-IND-wheat-worth-a-crore-wasted-1111576.html?PRV=


Related Articles

 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close