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न्यूज क्लिपिंग्स् | लौह अयस्क खनन पर रोक से एक लाख लोग हुए बेरोजगार

लौह अयस्क खनन पर रोक से एक लाख लोग हुए बेरोजगार

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published Published on Dec 12, 2013   modified Modified on Dec 12, 2013

वेदांता रिर्सोसेस के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने ट्वीट कर कहा है कि लौह अयस्क के खनन पर प्रतिबंध के कारण इंडस्ट्री और लोगों का भरोसा टूट गया है और गोवा व कर्नाटक की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है

गोवा और कर्नाटक में लौह अयस्क खनन पर लगी रोक से न केवल अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है बल्कि इस क्षेत्र से जुड़े एक लाख लोग भी बेरोजगार हो गए हैं। यह बात मंगलवार को वेदांता रिर्सोसेस के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने कही।

अग्रवाल ने ट्वीट कर कहा है कि लौह अयस्क के खनन पर प्रतिबंध के कारण इंडस्ट्री और लोगों का भरोसा टूट गया है, गोवा और कर्नाटक की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है और एक लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं।

अग्रवाल ने यह ट्वीट गोवा और कर्नाटक में लौह अयस्क के खनन पर लगी रोक पर किया है। इससे पहले सरकार कह चुकी है कि वह लौह अयस्क खनन और इसके निर्यात को शुरू करने की इच्छुक है। वेदांता समूह पिछले 50 वर्षों से लौह अयस्क खनन और इसके निर्यात कारोबार से जुड़ा है।

प्रतिबंध से पहले यह कंपनी दो करोड़ टन लौह अयस्क का खनन कर रही थी  
वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने हाल ही में कहा था कि खान मंत्रालय को सुप्रीम कोर्ट से गोवा और कर्नाटक में लौह अयस्क खनन में कुछ राहत देने की अपील करनी चाहिए। इस साल अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक में खदानों पर से आंशिक रूप से प्रतिबंध हटा लिए हैं।

प्रतिबंध से पहले, भारत सात अरब डॉलर कीमत का लौह अयस्क निर्यात करता था, जिससे यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश बना था। हालांकि, 2011 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा लौह अयस्क के खनन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भारत से लौह अयस्क के निर्यात में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। 

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने भी कहा है कि खनन एक महत्वपूर्ण औद्योगिक गतिविधि है और भारत में घरेलू मांग को पूरा करने के बाद भी निर्यात के लिए लौह अयस्क का पर्याप्त भंडार है। उन्होंने यह भी कहा कि खनन क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार हासिल होता है।

पिछले साल सितंबर में कर्नाटक लोकायुक्त द्वारा खनन क्षेत्र में अनियमितताओं की जानकारी देने पर सुप्रीम कोर्ट ने यहां खनन पर रोक लगा दी थी और इसकी जांच के लिए एक केंद्रीय समिति का गठन भी किया था।

केंद्रीय समिति की जांच में ऐसी अनियमितताएं गोवा में भी पाई गईं और सुप्रीम कोर्ट ने वहां भी खनन पर प्रतिबंध लगा दिया। रिपोर्ट के मुताबिक खनन पर प्रतिबंध के बाद गोवा और कर्नाटक की अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है। इन दोनों राज्यों को लौह अयस्क से आयात-निर्यात से प्राप्त होने वाले राजस्व में भी भारी कमी आई है।


http://business.bhaskar.com/article/BIZ-ART-one-million-people-were-unemployed-ban-on-iron-ore-mining-4461349-NOR.html


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