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न्यूज क्लिपिंग्स् | सर्दियों में बेघरों के लिए सरकार बनाएगी समिति

सर्दियों में बेघरों के लिए सरकार बनाएगी समिति

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published Published on Nov 4, 2013   modified Modified on Nov 4, 2013
नई दिल्ली। उपराज्यपाल नजीब जंग ने आनेवाली सर्दियों को देखते हुए दिल्ली में रहने वाले बेघर लोगों की समस्याओं पर एक बैठक में निर्देश दिया कि इन लोगों को समुचित आश्रय, सुरक्षा, भोजन, स्वास्थ्य, सफाई और अन्य अनेक समस्याओं के समाधान हेतु सरकार जल्द ही एक समिति का गठन करेगी। यह समिति सुनिश्चित करेगी कि इन बेघर लोगों को सरकार की तरफ से सर्दियों और अन्य दिनों में सभी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।

जंग ने बेघर लोगों के लिए काम करने वाले कई गैर सरकारी संस्थाओं के साथ मुलाकात करते हुए सरकार व गैर-सरकारी संस्थाओं के बीच गहरे तालमेल की बात पर भी जोर दिया। उन्होंने उपस्थित सभी गैर सरकारी संस्थाओं और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह एकजुट होकर इस ओर काम करें। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि वह मानवीयता के आधार पर बेघर लोगों के बारे में सोचें और तहे दिल से उनको समाज की मुख्य धारा में लाने का प्रयास करें। इस बैठक में दिल्ली की कई गैर सरकारी संस्थाएं, जो इस क्षेत्र में काम कर रही हैं और दिल्ली सरकार व पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

बैठक में उपस्थित गैर सरकारी संस्थाओं ने उपराज्यपाल को बताया कि वह किस प्रकार से बेघर महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को आश्रय, भोजन, स्वास्थ्य व शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं दे रहे हैं। कुछ संस्थाओं ने उपराज्यपाल को बताया कि बेघर लोगों की संख्या में दिन-प्रतिदिन हो रही वृद्धि के कारण उनको समुचित सुविधाएं देना सुलभ नहीं है। इसलिए उनको सरकार की तरफ से और अधिकतर सहयोग और सहायता की आवश्यकता है। कुछ संस्थाओं के सदस्यों ने उपराज्यपाल से गुहार की कि दिल्ली में बेघर लोगों को स्थायी आश्रय मिलना चाहिए ताकि सर्दियों के बाद भी यह लोग इन आश्रयस्थलों में रह सकें। एक गैर सरकारी संस्था ने उपराज्यपाल को अवगत कराया कि दिल्ली में 90 फीसद बेघर लोगों के पास आश्रय नहीं है।

उपराज्यपाल ने उपस्थित सभी गैर सरकारी सस्थाओं की ओर से इस क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं। सरकार की ओर से उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस विषय में एक अच्छी और समुचित नीति बनाने की आवश्यकता है जो इनके हितों में काम कर सकें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वह बेघर लोगों के साथ सहृदयता के साथ पेश आएं व अपने अंदर और ज्यादा मानवीय गुणों का समावेश करें। उन्होंने पुलिस को यह भी निर्देश दिए कि सुरक्षा की दृष्टि से वह रात में इन आश्रयस्थलों की नियमित गश्त करें।

जंग ने विषेशकर बेघर महिलाओं व बच्चों के विषय में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें इनकी सुरक्षा की ओर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है और इनके सही मार्गदर्शन के लिए इन्हें शिक्षित करना भी आवश्यक है। उन्होंने बेघर बच्चों का अपराध में संलग्न होने पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यदि हमारी युवा पीढ़ी ही मार्ग से भटक जाएगी तो देश का भविष्य क्या होगा इसलिए इन्हें आश्रय के साथ-साथ रोजगारपरक शिक्षा देना भी जरूरी है ताकि यह बच्चे काम सीखकर अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकें।

http://www.jansatta.com/index.php/component/content/article/53866-2013-10-31-03-50-21


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