कितना आश्चर्यजनक है कि अचानक मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री पानी बाबा की तर्ज पर ''जैविक बाबा'' हो जाते हैं और मुख्यमंत्री जैविक प्रदेश घोषित करने के लिये धन्यवाद के पात्र. ये वही मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री हैं, जो कुछ दिन पहले तक और अभी भी प्रदेश की खेतिहर जमीन को बड़ी ही सामंती उदारता से बड़ी-बड़ी कंपनियों को बांटते हुए फोटो खिंचा रहे थे. इसे परंपरागत जैविक के एकदम खिलाफ...
More »SEARCH RESULT
मानव विकास में भारत की स्थिति सुधरी
नयी दिल्ली। स्वास्थ्य शिक्षा और आय पर आधारित मानव विकास सूचकांक में भारत की स्थिति सुधरी है और 169 देशों की सूची वह एक पायदान चढकर 119 वे स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि लिंग भेद, असमानता और स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में वह पाकिस्तान, नेपाल, बंगलादेश और श्रीलंका से पिछड गया है। संयुक्त राष्ट्र डेवलमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) द्वारा वर्ष 2010 के मानव विकास रिपोर्ट में जारी इस सूचकांक में...
More »कार्बन उत्सर्जन में भारत और चीन सबसे आगे
लंदन. विकसित देशों को राहत देते हुए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन करने वाले देशे भारत और चीन हैं। कथित तौर पर कार्बन का भारी उत्सर्जन करने वाले पश्चिमी देशों की बजाय भारत और चीन पर यह ठीकरा फोड़ा गया है। डच की पर्यावरण रिपोर्ट में कहा गया है कि विकसित देशों की तुलना में इन दोनों देशों के कार्बन उत्सर्जन को कम करने...
More »एक कप काफी के लिए खर्च होता है 140 लीटर पानी
भोपाल. अगर आप सोच रहे हैं कि पानी की बर्बादी को रोककर आप जल संरक्षण में पूरा योगदान दे रहे हैं तो आप गलत हैं। जरा इन आंकड़ों पर नजर डालिए- ब्रैड की एक स्लाइस के उत्पादन में 40 लीटर पानी खर्च होता है, एक कप कॉफी के बनने में 140 लीटर पानी लग जाता है। इसी तरह आप जो जींस पहनते हैं वह 2800 लीटर पानी खर्च कर बनती...
More »मानव विकास सूचकांक
खास बात • 2018 में, 189 देशों और संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त क्षेत्रों में भारत मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में 129वें पायदान पर (एचडीआई वेल्यू 0.647) था, जबकि चीन 85वें (एचडीआई वेल्यू 0.758), श्रीलंका 71वें (एचडीआई वेल्यू 0.780), भूटान 134वें (एचडीआई वेल्यू 0.617), बांग्लादेश 135 वें (एचडीआई वेल्यू 0.614) और पाकिस्तान 152 वें पायदान (एचडीआई वेल्यू 0.560) पर था. • 1990 और 2018 के बीच, औसत वार्षिक मानव सूचकांक के मूल्यांक में (तर्कयुक्त संकेतक, कार्यप्रणाली और समय-श्रृंखला डेटा के...
More »