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दिसंबर तक 7,902 गरीबों को आवास- राकेश रंजन

पटना : गरीबों का अपना घर का सपना जल्द साकार होगा. इस वर्ष दिसंबर तक 7,902 गरीबों को नये आवास सौंपे जायेंगे. इंट्रीग्रेटेड हाउसिंग स्लम डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत कांटी, औरंगाबाद, मोतीपुर, शेखपुरा, भागलपुर, किशनगंज, बहादुरगंज, पूर्णिया, बिहारशरीफ, बेगूसराय, आरा, मधेपुरा, जोगबनी व सुपौल में आवासों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इन पर 175.94 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं. 3,600 का निर्माण पूरा 3,600 से अधिक आवासों...

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उत्तर बिहार में बाढ़ की आहट, हाई अलर्ट जारी

सहरसा/सुपौल/मधेपुरा। कोसी जगह-जगह खतरे की घंटी बजा रही है। राज्य सरकार द्वारा सहरसा, मधेपुरा, सुपौल व खगड़िया के अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। हाल के दिनों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। इधर, मंगलवार को डीएम देवराज देव ने तटबंध का निरीक्षण कर संवेदनशील बिंदुओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कई आवश्यक निर्देश भी दिए। राज्य सरकार द्वारा...

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70 गरुड़ एक गांव में

भागलपुर : पूरी दुनिया में गरुड़ों की संख्या तेजी से घटी है, लेकिन भागलपुर के सिर्फ दो गावों में 70 गरुड़ों की लगातार उपस्थिति से आम जन चकित हैं. पर्यावरण कार्यकर्ताओं में खुशी है. लगता है, दुर्लभ प्रजाति के इस पक्षी को कोसी दियारा क्षेत्र की आबोहवा पसंद आ गयी है. इस क्षेत्र में विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके गरुड़ (ग्रेटर ऐजटेंट स्टोर्क) तेजी से प्रजनन कर रहे...

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फ़िर दांव पर कोसी वासियों का जीवन

सुपौल : सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, कटिहार के लोगों को फ़िर से कोसी के कहर का डर सताने लगा है. कारण भारत-नेपाल के अधिकारियों के बीच मीटिंग का लंबा दौर पर पायलट चैनल का निर्माण नहीं हो सका. अगस्त 2008 की कोसी त्रासदी से बचने के लिए सुझाये तो गये पर उपाय अस्थायी साबित हो रहे हैं. कोसी को नियंत्रित करने के लिए 1955 में वीरपुर से कोपड़िया तक 125 किलोमीटर तथा...

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महानगरों में बेची जाती हैं यहां की बेटियां!- अनिमेष नचिकेता

सुपौल. बिहार का शोक कही जाने वाली नदी कोसी की बेटियां देश की राजधानी दिल्ली समेत अन्य महानगरों में बेच डाली जाती हैं। कोसी के ग्रामीण इलाकों की इन बेटियों को दलाल नौकरी और पैसे का लालच देकर झांसे में लेते हैं। घोर गरीबी से जूझ रहे इनके माता-पिता की आंखों में पैसे की लालच नयी चमक पैदा कर देती है। दिल्ली में हर एक बेटी की कीमत तय की जाती है। पांच...

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