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एक पखवाड़े में पांच श्रमिकों की मौत, 15 घायल

राउरकेला। सुंदरगढ़ जिले में स्थित औद्योगिक इकाइयों में दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इस पखवाड़े काम के दौरान दुर्घटना में 5 श्रमिकों की मौत एवं 15 से अधिक घायल हुए हैं। श्रमिक नेता इसके लिए प्रबंधन व फैक्ट्री एंड ब्रायलर विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, वहीं प्रबंधन व सुरक्षा विभाग अधिकारी व्यक्तिगत भूल के कारण दुर्घटना होने की बात कह रहे हैं। सुरक्षा की अनदेखी करने वाले संयंत्रों के खिलाफ मुकदमा कर कार्रवाई भी की...

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नरेगा श्रमिकों को कार्यस्थल पर मिलेगा भुगतान

चित्तौडग़ढ़, २३ मई (प्रासं)। महानरेगा श्रमिकों को मेहनताने में देरी व अनियमितताओं की समस्या से जल्द राहत मिलेगी। श्रमिकों के पारिश्रमिक का भुगतान अब डाकघर से सीधा कार्यस्थल पर लाया जाकर मौके पर हाथों हाथ बांट दिया जाएगा। महानरेगा श्रमिकों को मेहनताने के लिए अब तक कई कई दिन इंतजार करना पड़ता था। सकरार की ओर से भुगतान की व्यवस्था डाकघर एवं बैंक के माध्यम से की हुई है। इसके लिए श्रमिकों के खाते भी बैंक एवं...

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नरेगा भी नहीं बच पाया भ्रष्टाचार से

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरेगा [राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना] भी नहीं बच पाई है। एक सरकारी अध्ययन में कई राज्यों में नरेगा के लागू करने में बड़े स्तर पर अनियमितताएं और भ्रष्टाचार पाया गया है। कुछ क्षेत्रों में अधिकारियों ने केंद्रीय फंड को गलत तरह से खर्च किया है और कामगारों को अपना मुंह बंद करने के लिए कहा है। वीवी. गिरि राष्ट्रीय श्रमिक संस्थान के शोधार्थियों ने...

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मजदूरी भुगतान के लिए बीएओ को बनाया बंधक

हसनपुरा/सिसवन (सिवान)। मनरेगा श्रमिकों की बकाया मजदूरी का भुगतान न किए जाने तथा कूपनों की स्वीकृति के बावजूद राशन और किरासन न देने से आक्रोशित खेमस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पूर्वाह्न हसनपुरा प्रखंड में पदस्थापित प्रखंड कृषि पदाधिकारी (बीएओ) एके राम समेत चार कर्मियों को बंधक बना प्रखंड कार्यालय में तालाबंदी कर दी। स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप के बाद खेमस कार्यकर्ताओं ने कर्मियों को मुक्त किया। पूर्व निर्धारित घेरा डालो, डेरा डालो कार्यक्रम के...

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बिड़ला टायर्स में श्रमिक अशांति का मामला गरमाया

बालेश्वर । स्थानीय फांडी चौराहे पर खुला मंच के जरिए बिड़ला टायर्स में कार्यरत श्रमिकों के समर्थन में जिला के राजनेताओं, बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों का एक विशाल समूह खुलकर सामने आया है, जिसके चलते अब इस टायर उद्योग में श्रमिक अशांति का माममला गर्माने लगा है। समय रहते यदि इसका निपटारा नहीं किया गया तो यह सुलगती चिनगारी किसी भी समय आग में बदल सकती है। जानकारी के अनुसार करीब 5 घंटा से ज्यादा समय तक...

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