जयपुर. शिक्षा विभाग में भविष्य में थर्ड ग्रेड शिक्षकों की भर्तियां जिला परिषदों के माध्यम से कराए जाने के सरकार के फैसले पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। राज्य के पूर्व शिक्षामंत्रियों का मानना है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग के माध्यम से भर्तियां नहीं होने से भर्ती प्रक्रिया में धांधली की आशंका है। इसमें नीचे से लेकर ऊपर तक घालमेल की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उधर शिक्षामंत्री भंवरलाल मेघवाल...
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शिक्षकों के अधीन काम कर रहे प्राचार्य और एचएम
इंदौर. जनगणना में शिक्षा विभाग से लगी ड्यूटियों की लगातार शिकायत आ रही है। वास्तविक डाटा के अभाव और पुराने आंकड़ों के आधार पर लगाई गई ड्यूटी से कई विसंगतियां सामने आ रही हैं। नया मामला ऐसे प्राचार्य और हेडमास्टरों का है, जिन्हें सामान्य शिक्षक और संविदा शिक्षकों के अधीन काम करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक सिरपुर के हाई स्कूल प्राचार्य राजेश सिंह की ड्यूटी छोटा बांगड़दा क्षेत्र में लगी है। उन्हें यहां हाई स्कूल...
More »भारत में जेंडर गैप- अभी मीलों आगे जाना है..
वैश्विक लैंगिक असमानता को अगर एक पैमाने पर बैठाकर देखें तो उसमें भारत की कहानी कुछ मामलों में चमकदार मगर ज्यादातर मामलों में बदरंग नजर आएगी। पहले चमकदार पहलू को लें। साल १९९३ में संविधान का ७३ वां(पंचायत) संशोधन पारित हुआ और इस संविधान संशोधन से तृणमूल स्तर की दस लाख महिलाएं आनन फानन में राजनीतित मशीनरी का हिस्सा बन गईं। कहानी का एक चमकदार पहलू जुड़ता है नेतृत्व के...
More »‘मेरे पास कोई बटन नहीं है जिसे दबाकर चीजें तुरंत बदल दूं’- नीतीश कुमार
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव हैं, लेकिन लगता नहीं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस चुनौती की ज्यादा फिक्र है. विजय सिम्हा से बातचीत में नीतीश बता रहे हैं कि उनकी सरकार तीन सबसे प्रमुख मुद्दों- निवेश, शिक्षा और भूख पर कैसे आगे बढ़ने वाली है और क्यों उन्हें इस मामले में केंद्र से मदद मिलने की उम्मीद नहीं है. (तहलका हिन्दी से साभार) बिहार में भूख अभी भी एक समस्या है, लेकिन इसे...
More »चहारदीवारी से आगे की दावेदारी
हरियाणा में केवल महिलाओं द्वारा चलाई जा रही एक पंचायत पुरानी रूढ़ियों को तोड़ते हुए कामयाबी की नई इबारत लिख रही है. नेहा दीक्षित की रिपोर्ट महिलाएं, पुरुषों से कहीं अधिक श्रेष्ठ हैं. -महात्मा गांधी हरियाणा में मेवात जिले के नीमखेड़ा गांव के बीचों-बीच बना है गांव का पंचायत घर. साग-सब्जी की क्यारियों और नजदीक ही घूमती बत्तखों और कुत्तों के कारण पंचायत घर का माहौल काफी घरेलू लगता है. भीतर जाने के...
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