नई दिल्ली।भाजपा के राज्यसभा सदस्य तरुण विजय ने दलित सफाईकर्मियों की पीड़ा रास में उठाई कहा कि हिन्दुस्तान में सफाई का वह काम कोई नहीं करता जो दलित लोगों को दिया जाता है। वे सीवर के मैनहोल में जाते हैं, कई बार जान भी चली जाती है लेकिन पर्याप्त मुआवजा तक नहीं मिलता, न सुरक्षा के इंतजाम हो रहे, न संतोषजनक वेतन मिल रहा।सांसद ने बुधवार को राज्यसभा में दलित...
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झारखंड में 78,828 बीपीएल परिवारों को गैस कनेक्शन
रांची : झारखंड में 78828 बीपीएल परिवारों को गैस कनेक्शन दिया गया है. यह जानकारी राज्यसभा में सांसद संजीव कुमार द्वारा पूछे गये प्रश्न के उत्तर में पेट्रोलियम राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी. श्री प्रधान ने कहा कि सीएसआर योजना के तहत झारखंड के 78828 बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं. सासंद ने पूछा था कि क्या यह सच है कि सरकार कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के...
More »दकियानूसी कैसे हो गई देशभक्ति? - गिरीश्वर मिश्र
वैश्वीकरण के दौर में देश और राष्ट्र जैसे शब्द पुराने पड़ते जा रहे हैं। अंग्रेजी का कंट्री शब्द गंवई क्षेत्र की ओर संकेत करता है। नेशन एक अमूर्त विचार है, जिसका स्वरूप उसके मानने वालों के अपने नजरिए पर ही निर्भर करता है। यह भी एक प्रचलित मत है कि नेशनलिज्म का कोई एक अर्थ नहीं होता, वह एक बहुलार्थी शब्द है जिसका उपयोग किसी भी ढंग से किया जा...
More »मध्यान्ह भोजन खाने के बाद एक बच्चे की मौत, 4 गंभीर
कटनी। बहोरीबंद तहसील के मझगवां गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में मध्यान्ह भोजन खाने से 5 बच्चे बीमार हो गये। जिसमें से 5 साल की एक बच्ची गौरा बर्मन की मौत हो गई। रानी और दीपक की हालत गंभीर बनी हुई है। मामले की जानकारी मिलते ही कटनी कलेक्टर प्रकाश जांगड़े जिला अस्पताल पहुंच गये और मामले की जानकारी ली। परिजनों की मानें तो मध्यान्ह भोजन मे मिली खिचड़ी खाने के चलते...
More »पत्रकारिता का सुंदरकांड- नासिरुद्दीन
पत्रकारिता के बारे में समालोचना करते वक्त डर क्यों लगता है? क्या इसलिए कि लोकतंत्र के खंभों को पाक दामन माना जाता है? या इसलिए कि ये खंभे काफी ताकत रखते और समय-समय पर ताकत दिखाते भी हैं? अब यह तय करना मुश्किल होता जा रहा है कि चौथा खंभा, लोकतंत्र का भार उठाये है या वही लोकतंत्र पर भारी पड़ रहा है. चौथा खंभा यानी पत्रकारिता यानी अखबार, न्यूज...
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