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देशप्रेम और देशद्रोह के बीच बजट-- पुष्पेश पंत

किसी भी सरकार के लिए बजट बनाना अौर उसे पास कराना एक बड़ी चुनौती होती है. यदि यह वित्तीय विधेयक पास नहीं होता, तो इसे सदन के विश्वास का अभाव समझा जाता है अौर सरकार गिर सकती है.  अगर बजट पास भी हो जाये अौर उसके प्रावधानों से जनता में असंतोष फैलता है, तब भी किसी सरकार के लिए अपने जनाधार को बरकरार रखना कठिन होता जाता है. हर नयी...

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बिहार-- गांव—गांव तक पहुंचेगी गाड़ियां, घर बैठे किसान बेचेंगे दूध

पटना: पशुपालन किसानों के आय का जरिया हैं। खेती किसानी करने वालों की नकद आमदनी का जरिया है दुग्ध उत्पादन। इसे आमदनी कहें या क्रांति इससे बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। मूल बात है कि किसान जो दूध तैयार करते हैं, उन्हें उनका सही मूल्य मिले। बाजार उपलब्ध हो। और इसी बाजार को किसानों के द्वार तक लाने के लिए अब बिहार सरकार ने प्रयास शुरू कर दिया है बिहार...

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कृषि यांत्रिकीकरण मेले में किसानों ने खरीदे ‍‍~27 करोड़ के उपकरण

किसानों को मिली नौ करोड़ रुपये की सब्सिडी  पटना : चार दिनों के राज्य स्तरीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला में किसानों ने 27 करोड़ रुपये के कृषि यंत्र की खरीद की. इस खरीद पर राज्य सरकार ने किसानों को नौ करोड़ रुपये की सब्सिडी दी. कृषि एग्रो बिहार यांत्रिकीकरण मेला में 30 हजार किसानों ने भाग लिया. मेला के अंतिम दिन पटना केडीएम और पटना के कमिश्नर ने भी मेला में भ्रमण...

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गुजरात : गांव में स्कूली छात्राओं के मोबाइल इस्तेमाल पर प्रतिबंध

अहमदाबाद : गुजरात के मेहसाणा जिले के एक गांव में नाबालिग लडकियों के लिए मोबाइल फोन रखने या उसका इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह प्रतिबंध इस दावे के साथ लगाया गया है कि गैजेट इन लड़कियों का ध्यान पढ़ाई से भटकाते हैं. हाल ही में लगाया गया यह प्रतिबंध मेहसाणा की काडी तालूका स्थित सूरज गांव की पंचायत ने लागू किया है. नाबालिग लडकियों को यदि मोबाइल...

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स्मार्ट शहर से अधिक स्मार्ट स्कूलों की जरूरत- श्रीश चौधरी

शिक्षक को वे सारे कार्य करने हैं, जिनके लिए न तो उसकी नियुक्ति हुई है, न ही वह इच्छुक या प्रशिक्षित हैं. 90% से अधिक बच्चे तीसरी-चौथी कक्षा में पहुंच जाने पर भी अपनी ही कक्षा की हिंदी पुस्तक की दो-चार लाइनें भी दो-चार मिनटों में शुद्ध व सहज स्वर में नहीं पढ़ सकते हैं. मध्याह्न भोजन के अतिरिक्त बच्चों को पाठशाला में कोई आकर्षण नहीं रह गया है. पढ़िए...

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