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जमीन में कोयला आकाश में कालिख

देश का नेतृत्व तेज आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्ध दिख रहा है। इसके लिए कोयला उत्पादन दोगुना-तिगुना करने की जरूरत है। पर दुर्भाग्य से अगर ऐसा हुआ तो भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जक देश बन जाएगा। डेविड रोज की रिपोर्ट वित्त वर्ष मार्च 2015 के अंत तक दुधिचुआ ने 15 मीट्रिक टन कोयला उत्पादन किया, जो ब्रिटेन के कुल कोयला उत्पादन से भी अधिक है। दुधिचुआ सिंगरौली कोयला-क्षेत्र...

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बिजली वितरण कंपनियां ध्वस्त होने की कगार पर: एसोचैम

नई दिल्ली। एक वर्ष बीत जाने के बावजूद राजग सरकार राज्यों की बिजली वितरण कंपनियों की खस्ताहाल स्थिति को सुधारने का कोई खाका पेश नहीं कर पाई है। बिजली वितरण क्षेत्र की स्थिति पहले से भी खराब हो गई है। इसका खामियाजा पूरा बिजली क्षेत्र और आम जनता भुगत कर रही है। कर्ज में दबी वितरण कंपनियां ज्यादा बिजली नहीं खरीद रही हैं। इससे पावर प्लांट क्षमता से काफी कम बिजली...

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जीएसटी : एक अहम सुधार में हो रही गड़बड़ी - जयराम रमेश

जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवा कर संबंधी संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने के बाद राज्यसभा की स्थायी समिति को सौंप दिया गया है। जीएसटी वास्तव में अप्रत्यक्ष कराधान की संरचना में बेहद अहम सुधार वाला कदम है और यह समेकित राष्ट्रीय आम बाजार की रचना में मदद करेगा। इससे उपभोक्ताओं को कम कीमत में सामान मिल सकते हैं। उद्योग और व्यापार के लिए निश्चित रूप से यह ज्यादा...

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हर दिल्ली वाले पर 60,000 का कर्ज, महंगी हो सकती हैं बिजली

  नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जहां एक ओर बिजली कंपनियों की बगैर ऑडिट किसी भी सूरत में बिजली दरों में बढ़ोतरी को रोकने पर अड़े हुए हैं तो दूसरी ओर बिजली कंपनियां बिजली दरों में बढ़ोतरी के लिए सरकार दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना रही हैं। बिजली कंपनियों ने दावा किया है कि दिल्ली के प्रत्येक बिजली उपभोक्ता पर उनके 60 हजार रुपए बकाया हैं। अर्थात दिल्ली...

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एक साल का जश्न, सौ दिन का खटराग - हरजिंदर

सत्ता में किसी राजनेता का पहला साल हनीमून का दौर माना जाता है। उम्मीदों ने आसमान से उतरना भले ही शुरू कर दिया हो, लेकिन पहले 365 दिन में वे औंधे मुंह गिर जाएं, ऐसा अक्सर नहीं होता है। योजनाओं, नीतियों व फैसलों के नतीजे आने शुरू नहीं होते, इसलिए आलोचकों के पास कहने को ज्यादा कुछ होता नहीं है। विपक्षी दलों के पास भले ही ढेर सारी आपत्तियां हों,...

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