अगले साल देश में साक्षर लोगों की संख्या 80 फीसदी तक पहुंच सकती है। हालांकि, इसका सारा दारोमदार दो करोड़ लोगों के परीक्षा पास करने पर टिका है। ये नव साक्षर हैं, जिन्हें साक्षर बनाने के बाद परीक्षा पास करनी होती है। उसके बाद ही उन्हें साक्षर माना जाता है। अभी साक्षरता दर करीब 73 फीसदी है। केंद्र सरकार ने मार्च 2017 तक देश में साक्षरता दर 80 फीसदी तक ले...
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एंथ्रोपोसीन मतलब मानव युग -- बिभाष
वैज्ञानिकों के एक वर्ग का मत है कि आइस एज के बाद बारह हजार वर्षों का स्थिर जलवायु का दौर होलोसीन, जिसके दौरान मानव सभ्यताओं का विकास हुआ, अब समाप्त हो चुका है. इस दौर की समाप्ति का कारण है मानव जाति का धरती की जलवायु में जबरदस्त हस्तक्षेप. वैज्ञानिक नये दौर को एक नया नाम 'एंथ्रोपोसीन' देना चाहते हैं. द इकोनॉमिस्ट पत्रिका ने तो वर्ष 2011 में ही...
More »बंधक मजदूर होंगे मुक्त, सीमांध्र गई सरकारी टीम
भोपाल /पटनम, ब्यूरो। भटपल्ली के दो नाबालिगों समेत पंद्रह लोगों को सीमांध्र ले जाकर जबरिया काम कराए जाने के मामले में जिला प्रशासन ने फौरन हरकत में आते उन्हें मुक्त कराने एक टीम सीमांध्र भेज दी है। इधर स्थानीय कोतवाली ने दो महिलाओं सहित चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। इनकी गिरफ्तारी जल्द से जल्द की जाएगी। 'नईदुनिया" में इस खबर के प्रकाशन के बाद कलेक्टर डॉ अय्याज...
More »सेहत की जांच कराने बीमार बच्चों को 10 किमी पैदल चलना पड़ा
जशपुरनगर, नईदुनिया न्यूज। डारमेटरी छात्रावास के 15 बच्चों को अपने स्वास्थ्य की जांच कराने के लिए 10 किलोमीटर पदयात्रा करनी पड़ी। पैदल चलकर अस्पताल पहुंचने वाले कुछ बच्चे सर्दी, खासी और बुखार से पीड़ित थे। छात्रावास अधीक्षक का कहना है कि उन्होंने छात्रावास के बच्चों के बीमार होने और अस्पताल तक ले जाने में होने वाली दिक्कतों की लिखित जानकारी बीएमओ को दे दी थी, लेकिन स्वास्थ्य परीक्षण के लिए...
More »काहे रे नदिया तू बौरानी!-- अनिल रघुराज
पानी गले तक आ जाये, तो औरों का भरोसा छोड़ कर खुद ही सोचना और खोजना पड़ता है कि बचने का क्या रास्ता है. दो साल के सूखे के बाद सामान्य माॅनसून ने पूरब से लेकर उत्तर भारत के तमाम इलाकों में यही हालत कर दी है. शहरों, कस्बों व गांवों में लोग घरों से निकल कर सड़कों पर आ गये हैं. नदियां बावली हो गयी हैं. कई जगह तो...
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