नई दिल्ली. अपने बहुचर्चित शो ‘सत्यमेव जयते’ में मेडिकल सेवाओं में गड़बड़ी का मुद्दा उठाने वाले अभिनेता आमिर खान लड़कियों को कोख में ही मार देने और हेल्थकेयर सेक्टर के बारे में अपने विचार रखने आज सांसद पहुंचे। आमिर का मानना है कि भारत के गरीबों के लिए जेनेरिक मेडिसिन एक अच्छा उपाय हो सकता है। उन्होंने गत 27 मई को प्रसारित इस शो में जेनेरिक दवाइयों की वकालत की...
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महंगाई दर में इजाफा, महंगी हुई खाने-पीने की चीजें
देश में लगातार बढ़ती महंगाई से आम लोगों को अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मई में महंगाई दर बढ़कर 7.55 फीसदी हो गई है। इससे पहले वाले महीने में ये आंकड़ा 7.23 फीसदी रही थी। वहीं मई 2011 में महंगाई दर 9.1 फीसदी के स्तर पर थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य पदार्र्थो की महंगाई दर भी इस अवधि में 10.74 फीसदी हो गई है, जो कि पहले 10.49...
More »विकास का पैसा कहां जाता है- विनीत नारायण
राज्य सरकारों ने 'वाटरशेड’ कार्यक्रम की जो रिपोर्ट भेजी है, उससे केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश सहमत नहीं हैं। बंजर भूमि, मरूभूमि और सूखे क्षेत्र को हरा-भरा बनाने के लिए केंद्र सरकार हजारों करोड़ रुपये राज्य सरकारों को देती आई है। लेकिन जिले के अधिकारी और नेता मिलीभगत से सारा पैसा डकार जाते हैं। झूठे आंकड़े राज्य सरकारों के माध्यम से केंद्र सरकार को भेज दिए जाते हैं। आईआईटी के पढे़ श्री रमेश को कागजी...
More »महंगाई दर में वृद्धि
नई दिल्ली। सब्जी, खाद्य तेल तथा दूध की कीमतों में उछाल से खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल महीने में बढ़कर 10.32 प्रतिशत हो गई। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक [सीपीआई] पर आधारित संशोधित मुद्रास्फीति मार्च महीने में 9.38 प्रतिशत थी। अस्थाई आंकड़ों में इसके 9.47 प्रतिशत रहने की बात कही गई थी। अप्रैल महीने सब्जी की कीमत में सालाना आधार पर सर्वाधिक 24.55 प्रतिशत की वृद्धि हुई...
More »गरीबी, खाद्य सुरक्षा और कैश ट्रांसफर- रितिका खेड़ा
कुछ महीने पहले योजना आयोग की गरीबी रेखा पर काफी चर्चा हुई हैं. उच्चतम न्यायलय में दायर हलफनामे में योजना आयोग ने कहा कि 2011 की सरकार की गरीबी रेखा- ग्रामीण क्षेत्रों में 26 रुपए और शहरी क्षेत्रों में 32 रुपए- जीवनयापन यानी खाना, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त है. आज से पहले किसी भी सरकार ने यह दावा नहीं किया कि गरीबी रेखा जीवन बिताने के लिए पर्याप्त...
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