SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 229

राष्ट्रीय औसत से भी 30 हजार रुपए कम है मप्र में प्रतिव्यक्ति आय

भोपाल, नईदुनिया प्रतिनिधि। मप्र की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 72 हजार 599 रुपए हो गई है। हालांकि ये देश की प्रति व्यक्ति आय से कम है। मंगलवार को वित्त मंत्री जयंत मलैया ने विधानसभा में साल 2016-17 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया, जिसमें यह आंकड़ें सामने आए। प्रचलित भावों पर देश में प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 3 हजार रुपए सालाना है।   प्रति व्यक्ति आय के मामले में मप्र अन्य राज्यों...

More »

चिकित्सा शिक्षा, सुविधाओं के विस्तार पर किए जाएंगे 2100 करोड़ रुपये खर्च

भोपाल। प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा और सुविधाओं के विस्तार पर सरकार करीब 2100 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इससे मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के साथ ही अत्याधुनिक सुविधाएं मेडिकल कॉलेजों और उनसे जुड़े अस्पतालों में उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्रदेश सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 7 नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। इनमें रतलाम में 259 करोड़ 45 लाख, विदिशा में 265 करोड़ 31 लाख, शहडोल में 224 करोड़ 31...

More »

मप्र के 90 फीसदी अस्पतालों में एक्स रे, सीटी स्कैन कराने से खतरा

भोपाल। मध्यप्रदेश के 90 फीसदी सरकारी और निजी अस्पतालों में एक्सरे, सीटी स्कैन, मेमोग्राफी और डेंटल एक्सरे कराना खतरे का काम है। इनसे निकली रेडिएशन शरीर को धीमे जहर की तरह तोड़ती है जिनके न तो कोई लक्षण दिखाई देते हैं और न ही किसी जांच में तत्काल इनकी पुष्टि होती है। ऐसा परमाणु ऊर्जा नियामक मंडल (एईआरबी) की गाइडलाइन पालन नहीं के कारण हो रहा है जिसमें शिशुओं और गर्भवती...

More »

सीएम के खेत में ही फेल हो गया खेती से लाभ का प्रयोग

विदिशा, अजय जैन। परंपरागत खेती छोड़ो और फल-फूल की खेती अपनाओ...ये वो मंत्र है जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों को बार बार पढ़ाते रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री का यह मंत्र उनके अपने ही खेत में असफल होे गया है। मुख्यमंत्री ने विदिशा शहर से सटे फार्म हाउस में पहले टमाटर उगाए, लेकिन बाजार के अच्छे दाम नहीं मिले और टमाटर मवेशियों को खिलाने पड़े। फिर उन्होंने नौ एकड़ में...

More »

आधुनिक शिक्षा प्रणाली को आईना दिखाते कल्ले भाई-- ओसामा मंजर

उन्होंने हाई स्कूल तक की तालीम भी हासिल नहीं की, फिर भी वर्षों तक वह कई पीएचडी करने वालों के गाइड रहे। आज वह दादा बन चुके हैं, मगर उनमें अब भी गजब की ऊर्जा है। वह एक इतिहासकार, कातिब, लेखक, फोटोग्राफर, पर्यटक, गाइड व बुनकर रह चुके हैं; और इन दिनों डिजिटल सेल्समैन, सोशल मीडिया पेशेवर और वेबसाइट मैनेजर की भूमिका में सक्रिय हैं। मुजफ्फर अंसारी उर्फ कल्ले भाई...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close