पिछले कुछ समय से भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में आये कई आंकड़ों ने वर्तमान सरकार की कई नीतियों की सफलता पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है. उदाहरण के तौर पर देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में कमी, सरकारी एवं निजी क्षेत्र में रोजगार की कमी, औद्योगिक विकास की चिंताजनक स्थिति इत्यादि कुछ आंकड़े हैं, जो सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. इस परिप्रेक्ष्य में...
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ऑटोमेशन से रोजगार घटने की बात को अरविंद पानगड़िया ने नकारा
नई दिल्ली। दुनियाभर में ऑटोमेशन की वजह से रोजगार पर संकट खड़ा होने की बात उठ रही है, मगर भारत के शीर्ष अर्थशास्त्री अरविंद पानगड़िया इससे इत्तेफाक नहीं रखते। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोलते हुए कहा कि संरक्षणवाद की नीति से वैश्विक अर्थव्यवस्था को कोई नुकसान नहीं है। निर्यात बाजार करीब 22 लाख करोड़ डॉलर (करीब 1,441 लाख करोड़ रुपये) का है। यह इतना विशाल बाजार है कि संरक्षणवाद से...
More »खतरे में बैंक वालों की नौकरी, 5 साल में 30% हो सकते हैं बेरोजगार
मुंबई। बैंकों के कुछ काउंटर हमेशा के लिए बंद होने वाले हैं। मसलन, पासबुक अपडेट करने वाले क्लर्क नजर नहीं आएंगे। उनके जैसे कुछ अन्य बैंक कर्मचारियों की भी जरूरत नहीं रह जाएगी। ऑटोमेशन के दौर में ऐसी नौकरियां खत्म हो रही हैं। कुछ बैंक शाखाओं में ये बदलाव अभी से नजर आने लगे हैं। ग्लोबल बैंकिंग कंपनी सिटीग्रुप को साल 2008 के वित्तीय संकट से उबारने वाले विक्रम पंडित ने...
More »अस्पताल ने किया भर्ती करने से इंकार, सड़क पर बच्ची को दिया जन्म
रांची। इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला झारखंड में सामने आया है। वहां 17 साल की एक किशोरी ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया। लड़की के गर्भवती होने के बाद उसके परिवार और प्रेमी दोनों ने ही उसे अपनाने से इंकार कर दिया था। यहां तक कि स्वास्थ्य केंद्र कर्मचारियों ने भी उसकी सहायता करने से इंकार कर दिया। बिना किसी की मदद के वह सड़क पर बच्चे को...
More »नए भारत का कल और आज-- आर. सुकुमार
भारत के ग्रामीण इलाकों में जुगाड़ तकनीक से चलने वाला वाहन कोई नई बात नहीं। यह सहज ही कहीं भी दिख जाएगा। इसे किसी पानी के पंप वाली मोटर से विकसित किया जाता है। आमतौर पर किसी खेत के इर्द-गिर्द, लकड़ी के बड़े-बड़े कुंदों और तख्तों, ट्रेलर और ट्रैक्टर-पाट्र्स के रूप में इसके दर्शन हो जाएंगे। उत्तर भारत में आमतौर पर दिखने वाले इस नजारे को सहज भारतीय जीवन...
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