बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव हैं, लेकिन लगता नहीं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस चुनौती की ज्यादा फिक्र है. विजय सिम्हा से बातचीत में नीतीश बता रहे हैं कि उनकी सरकार तीन सबसे प्रमुख मुद्दों- निवेश, शिक्षा और भूख पर कैसे आगे बढ़ने वाली है और क्यों उन्हें इस मामले में केंद्र से मदद मिलने की उम्मीद नहीं है. (तहलका हिन्दी से साभार) बिहार में भूख अभी भी एक समस्या है, लेकिन इसे...
More »SEARCH RESULT
निजाम नया, अंजाम नया
सासाराम [कार्यालय प्रतिनिधि]। जिले में कभी ओझा गुनी बीमारों का इलाज करते थे और सरकारी अस्पताल बदहाली का रोना रोते थे, लेकिन नए निजाम में व्यवस्था के बदले अंदाज ने इस तथ्य को बदल डाला है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती भीड़ इस बात की गवाह है कि लोगों का विश्वास सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ा है। अंधविश्वासों पर यकीन करने वाले लोग यह समझने लगे हैं कि हर मर्ज की दवा है। पहले...
More »घर से उजड़े मजदूरों ने दिया धरना
सासाराम हाड़ कपा देने वाली ठंड और ऊपर से रेल अधिकारियों का कहर। ऐसे में हम जाएं तो कहां। साहब आप ही न्याय कीजिए। सोमवार को एसडीओ कार्यालय में किसान मजदूर सभा के बैनर तेल महादलित वर्ग के मजदूरों ने धरना देकर गुहार लगाई। अस्पताली देवी, मीना डोम, मंजू, संतोष, पारस डोम, अयोध्या डोम, इंदल, अनूप सहित दर्जनों ने कहा कि एक तरफ तीन डिसमिल जमीन देकर बसाने की घोषणा की जा रही है। दूसरी...
More »नक्सलियों ने केन बम लगाकर मध्य विद्यालय उड़ाया
औरंगाबाद/देव । भाकपा माओवादी नक्सलियों की कार्रवाई से देव के दक्षिण इलाके में दहशत है। शनिवार को रात्रि नक्सलियों ने देव थाना की बेढ़नी पंचायत मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय सह आवासीय बालिका उत्प्रेरण केन्द्र भवन को केन बम से विस्फोट कर ध्वस्त कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार रविवार को नक्सली दिन में चौकीदार के रहते विद्यालय भवन के मलबे में दबे अपने दूसरे जिंदा केन बम को उठा ले गए। डीएसपी अख्तर हुसैन नक्सलियों द्वारा केन...
More »सम्पूर्ण स्वच्छता व लोहिया स्वच्छता अभियान लक्ष्य से दूर
नालंदा यदि जिले में चलायी जा रही स्वच्छता अभियानों की गति यही रही तो वर्ष 2012 तक सभी घरों में शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराना नामुमकिन होगा। खुले में शौच को रोकने के लिए सालभर पहले मुख्यमंत्री ने राजगीर से जिस तामझाम के साथ लोहिया स्वच्छता योजना की शुरूआत की थी, उसका भी यहां हश्र अच्छा नहीं दिख रहा है। कहीं-कहीं जागरूकता के अभाव में लोग खुले में शौच की प्रवृत्ति को नहीं त्याग रहे...
More »