गंगा को लेकर संतों और खनन माफिया के बीच छिड़ी लड़ाई में उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने एक नहीं बल्कि बार-बार और खुल्लमखुल्ला खनन माफिया का साथ दिया है. स्वामी निगमानंद की मौत के पीछे का सच सामने लाती आशीष खेतान और मनोज रावत की विशेष पड़ताल बाबा रामदेव को ध्यान खींचने की कला आती थी. स्वामी निगमानंद के पास यह हुनर नहीं था. इसलिए एक ओर रामदेव विदेशों में जमा...
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घग्गर में डूब गया किसान, खेतों में दे रहा था पानी
लालडू. गांव आलमगीर में सोमवार दोपहर अपने खेतों को पानी दे रहा किसान बलजिंदर घग्गर नदी में डूब गया। साथी किसानों ने उसे बचाने की कोशिश की पर नाकाम रहे। फायरब्रिगेड कर्मियों के साथ ही स्थानीय गोताखोर देर शाम तक उसे ढूंढ़ते रहे। 9 घंटे बाद रात करीब 10.45 बजे उसका शव निकाला जा सका। नदी में कुआं बनाकर हो रही थी सिंचाई घग्गर नदी किनारे किसानों ने डीजल इंजन लगाकर नदी में...
More »हिमाचल में उग सकेगा बेमौसमी अमरूद
सोलन। उत्तराखंड की तरह हिमाचल प्रदेश के बागबान भी अमरूद की बेमौसमी फसल उगा सकते हैं। इससे जहां उन्हें फसल के अच्छे दाम मिलेंगे, वहीं इससे फसल को बीमारियों से भी बचाया जा सकेगा। यह संभव है क्रॉप रेगुलेशन (बहार नियंत्रण) से। इस विधि से तैयार अमरूद को उत्तराखंड में करीब 8 माह तक लोगों को सड़कों के किनारे बेचते देखा जा सकता है। यह अमरूद बरसात के मौसम में होने...
More »केले उगाएं और तीन लाख प्रति एकड़ मुनाफा कमाएं
लुधियाना। किसानों को गेहूं-चावल के फसली चक्र से निकालने के लिए सरकार ने बागवानी विभाग के जरिए कई स्कीमें जारी की हैं। बागवानी विभाग, लुधियाना के डायरेक्टर डॉ. भजनीक सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि किसानों को राज्य व केंद्र सरकार की इन स्कीमों का लाभ उठाना चाहिए। डॉ. भजनीक सिंह ने बताया कि केले की खेती पंजाब में एक नई फसल है और यह फसल दूसरी फसलों से ज्यादा...
More »नदियों के सूबे में पेयजल का संकट- महिपाल कुंवर(तहलका)
उत्तर भारत की अधिकांश बारहमासी नदियों का उद्गम स्थल होने के बावजूद उत्तराखंड में गर्मी का मौसम शुरू होते ही पेयजल संकट पैदा हो गया है. इससे ग्रामीण के साथ-साथ शहरी इलाकों के लोग भी जूझ रहे हैं. देहरादून से महिपाल कुंवर की रिपोर्ट पिछले साल पर्याप्त बारिश और बर्फबारी के बावजूद भी उत्तराखंड की कई बस्तियां बढ़ती गर्मी में पानी के लिए तरस रही हैं. उत्तराखंड उत्तर भारत की अधिकांश...
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