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कम लागत की धनिया व हल्दी की नई किस्में विकसित

रायपुर। कृषि महाविद्यालय एवं कृषि अनुसंधान केन्द्र बोईरदादर जिला रायगढ़ द्वारा हल्दी और धनिया की अधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली तथा अधिक उपज देने वाली नई किस्में विकसित की गई है। पिछले नौ सालों के गहन अनुसंधान एवं परीक्षण के बाद कृषि वैज्ञानिकों को यह सफलता मिली है। नई किस्मों के नोटिफिकेशन के लिए प्रस्ताव केन्द्र शासन की नोटिफिकेशन समिति भेजा जा रहा है। समिति से अनुमोदन के पश्चात नई किस्मों...

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थर्ड जेंडर समुदाय की पहचान के लिए जिला स्तरीय समितियां

रायपुर(ब्यूरो)। राज्य सरकार ने तृतीय लिंग (थर्ड जेंडर) समुदाय की पहचान और उन्हें शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सभी जिलों में जिला स्तरीय समितियों के गठन का आदेश जारी कर दिया है। समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार हर जिले में कलेक्टर या अपर कलेक्टर इस समिति के अध्यक्ष होंगे। समिति में संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, एक सामाजिक कार्यकर्ता, तृतीय लिंग...

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47 हजार 192 स्कूलों को मिलेंगे गैस कनेक्शन, सरकार ने जारी किए निर्देश - मनोज शर्मा

जयपुर। पंचायती राज शासन सचिव एवं आयुक्त राजेश यादव ने राज्य में रसोई गैस कनेक्शन से वंचित सभी 47 हजार 192 सरकारी स्कूलों में जल्द से जल्द नवीन गैस कनेक्शन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्कूल से 15 किमी दायरे में ही गैस एजेंसी की बाध्यता को समाप्त कर दिया। सीधे तौर पर स्कूल प्रशासन अब 15 किमी से दूर एजेंसी से भी गैस कनेक्शन ले सकती है। यादव ने...

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जिलाधीश नहीं बाबू उमराव तो जलाधीश हैं- स्वतंत्र मिश्र

उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास ही किसी गांव में जन्मे उमाकांत उमराव ने मध्य प्रदेश के देवास में जिलाधीश के पद पर लगभग डेढ़ साल की एक छोटी सी अवधि में यहां की पारंपरिक तालाब संस्कृति को अपने बूते जिंदा कर दिखाया जिसकी वजह से यहां के बच्चे-बूढ़े, औरतें सभी उनके दीवाने हो गए और उन्हें श्रद्धा से भरकर जलाधीश (जल देवता) कहकर पुकारने लगे। मालवा क्षेत्र के सबसे सूखे...

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खरीद-बिक्री रोकने में असमर्थ हो चुका है सीएनटी एक्ट- जय कुमार दास

संताल परगना और छोटानागपुर प्रमंडल में सीएनटी/ टेनेन्सी एक्ट को खास कर इसलिए लागू किया गया था कि इन क्षेत्रों में रहनेवाले लोगों (आदिवासी-गैर आदिवासी) की जमीन को धनाढय़ लोग औने-पौने में ना ले लें? परंतु अंतिम सेटलमेंट सन 1924-25 (संताल परगना) से यह साफ जाहिर होता है कि इन क्षेत्रों में जमीन की खरीद-बिक्री हुई है और उसे कानूनी जामा भी पहनाया जा चुका है. सीएनटी-टेनेन्सी एक्ट का आज...

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