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वार्षिक आर्थिक वृद्धि 7.4 प्रतिशत रही

नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था ने सरकार के अनुमानों को भी पीछे छोड़ते हुए गत 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष 2009-10 में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। सरकार ने वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद [जीडीपी] की वृद्धि 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था, जबकि चालू वित्तीय वर्ष की वृद्धि 8.5 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद की गई है। उम्मीद से अधिक के इस आंकड़े का एक बड़ा श्रेय पिछले वित्त वर्ष...

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ग्रामीण अर्थव्यवस्था कैसे संभली रही?- पाणिनी आनंद

ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था ने भी भारत को आर्थिक संकट के दौर में स्थिर रखने में मदद दी वैश्विक आर्थिक मंदी के दौर में भारत के ग्रामीण विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के बारे में जानी मानी अर्थशास्त्री जयति घोष कहती हैं कि जहां संयुक्त प्रगतिशील गंठबंधन सरकार की पहली पारी गंभीर और सकारात्मक रही, वहीं दूसरी पारी में सरकार कम गंभीर नज़र आ रही है. उनका मानना है कि सरकार की कुछ तैयारियों और बदलावों के...

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दिसंबर तक कम होगी महंगाई: मनमोहन

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आसमान छूती महंगाई पर काबू पा लेने का विश्वास व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि दिसंबर तक मुद्रास्फीति की दर घटकर 5 से 6 प्रतिशत के दायरे में रह जाएगी। प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में आई तेजी और देश के विभिन्न भागों में समय-समय पर आई बाढ़ तथा मौसम की मार को कीमतों में तेजी की वजह बताया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि...

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किसान मित्रों ने मांगा बकाया मानदेय

लखनऊ, 11 मई : बकाया मानदेय दिये जाने और बंद हुई कार्ययोजना को पुनर्विचार कर उसे चालू किये जाने सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर सैकड़ों की संख्या में किसान मित्रों ने मंगलवार को शहीद स्मारक पर धरना दिया। किसान मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित धरने को प्रदेश अध्यक्ष सरोज दीक्षित ने सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि किसान मित्रों को 14 महीने का बकाया मानदेय न मिलने से उनके समाने आर्थिक संकट खड़ा...

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बुद्धि की मंदी है : मुद्दों का न होना- पी साईनाथ

कम-से-कम दो प्रमुख अखबारों ने अपने डेस्कों को सूचित किया कि 'मंदी' (recession) शब्द भारत के संदर्भ में प्रयुक्त नहीं होगा। मंदी कुछ ऐसी चीज है, जो अमेरिका में घटती है, यहां नहीं. यह शब्द संपादकीय शब्दकोश से निर्वासित पडा रहा. यदि एक अधिक विनाशकारी स्थिति का संकेत देना हो तो 'डाउनटर्न' (गिरावट) या 'स्लोडाउन' (ठहराव) काफी होंगे और इन्हें थोडे विवेक से इस्तेमाल किया जाना है. लेकिन मंदी को नहीं. यह मीडिया के दर्शकों के...

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