-बीबीसी, केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने सोमवार को जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए, जिसमें यह नकारात्मक रूप से 23.9 फ़ीसदी रही है. भारतीय अर्थव्यवस्था में इसे 1996 के बाद ऐतिहासिक गिरावट माना गया है और इसका प्रमुख कारण कोरोना वायरस और उसके कारण लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन को बताया जा रहा है. दुनिया में एक समय सबसे तेज़ी से उभरती अर्थव्यवस्था रहे भारत के इस नए जीडीपी आंकड़े से जुड़ी ख़बरों और लेख...
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अमेरिकी अखबार ने फेसबुक और बीजेपी पर नए इल्ज़ाम लगाए हैं, जो बेहद गंभीर हैं.
-द लल्लनटॉप, फेसबुक इंडिया के अधिकारियों और बीजेपी के बीच कथित साठगांठ के अपने आरोप को लेकर अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने नया दावा किया है. अखबार ने फेसबुक इंडिया की पॉलिसी हेड अंखी दास पर आरोप लगाया है कि वह नरेंद्र मोदी की समर्थक हैं. इस आरोप को कांग्रेस पार्टी ने नया हथियार बना लिया है. आइए जानते हैं, क्या है पूरा मामला. वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में...
More »एक दिन रिया चक्रवर्ती के घर के बाहर: बार-बार उठी टेलीविज़न पत्रकारिता की अर्थी
-न्यूजलॉन्ड्री, सुबह तकरीबन 9.15 बजे हम मुम्बई के जुहू तारा रोड पर स्थित प्रिमरोज़ बिल्डिंग पहुंचे थे. इस इमारत के एक फ्लैट में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती अपने परिवार के साथ रहती हैं. मुंबई की अलसायी सुबह में भी इमारत के बाहर कुछ रिपोर्टर और कैमरामैन उस समय पहुंच चुके थे. इनमें सबसे प्रमुख था रिपब्लिक भारत. कुछ ओबी वैन भी मौजूद थे. टीवी-9 मराठी के एक पत्रकार ने 'पीस टू कैमरा' (पीटूसी)...
More »महामारी के वक्त कृषि क्षेत्र ने बनाई बढ़त, आर्थिक विकास में उद्योग से ज्यादा हिस्सेदारी
-डाउन टू अर्थ, 31 अगस्त 2020 को जारी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों के तहत कवर किए गए आठ उद्योगों में से केवल कृषि ऐसा क्षेत्र है, जिसमें वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून की तिमाही में वृद्धि हुई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा पहली तिमाही (अप्रैल-जून, 2020) के लिए जारी अनुमानों के अनुसार, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 23.9 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले साल इसी तिमाही में जीडीपी...
More »उजमा बैठक और किसान चैंबर्स आफ कॉमर्स ने पारित किए 15 प्रस्ताव, सभी प्रकार की फसलों पर एमएसपी की मांग
-आउटलुक, भारत सरकार द्वारा लाये गए तीन नए कृषि अध्यादेशों के अवलोकन के लिए उजमा बैठक ने किसान चैंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से ऑनलाइन कांफ्रेंस की। इस दौरान देश-विदेश के कृषि एक्सपर्ट्स, अर्थशास्त्री, साइंटिफिक और कानून एक्सपर्ट्स, कृषि समाज के कार्यकर्ता और खाप प्रतिनिधियों ने 15 प्रस्ताव पास किए। प्रस्ताव में कहा गया कि मंडी हो या कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग, फसल का एम.एस.पी. हर सूरत में सुनिश्चित रखा जाए। किसी भी उपज...
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