जनसत्ता 25 मई, 2013: भारत में, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, स्वास्थ्य क्षेत्र संकट की स्थिति में है। गांवों के लिए विशेष स्वास्थ्य मिशन स्थापित करने के बावजूद अधिकतर जरूरतमंद गांववासियों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं, या इन्हें प्राप्त करने के लिए उन्हें असहनीय खर्च करना पड़ता है। इलाज पर आने वाला खर्च कर्जग्रस्त होने और गरीबी में धकेले जाने का प्रमुख कारण बनता जा रहा है। इस...
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मुख्यमंत्री की ड्यूटी में लगे रहे डॉक्टर, महिला ने तड़प-तड़प के तोड़ दिया दम
शिवपुरी। प्रसव के बाद इलाज के लिए आई महिला ने शिवपुरी जिला अस्पताल के बाहर पौन घंटे तड़पने के बाद एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया। वह इसलिए क्योंकि जिला अस्पताल के डॉक्टर व नर्स स्टाफ की ड्यूटी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लगी थी। अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं था। महिला को समय पर इलाज नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई। उधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है...
More »‘90 फीसदी महिलाएं अपनी गुलामी का जश्न मनाती हैं’
स्त्री मुक्ति और आदिवासी संघर्ष का जिक्र करें तो रमणिका गुप्ता का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है. अपने लंबे संघर्षमय जीवन के विभिन्न पड़ावों एवं एक लेखिका-सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में दोहरे जीवन की चुनौतियों के बारे में उनकी पूजा सिंह से बातचीत. आप सक्रिय राजनीति में रहीं. तीन दशक पहले चुनाव भी जीतीं. आज देश के कई बड़े राज्यों में महिला मुख्यमंत्री हैं. केंद्र में भी सबसे प्रभावी...
More »डॉक्टर्स को पता ही नहीं यहां मरीजों पर दवाएं असर कर रहीं या नहीं- पीलूराम साहू
रायपुर. आंबेडकर अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दवाओं की कोई गारंटी नहीं है। दवाएं असर कर रही हैं या नहीं यह बात डॉक्टर भी नहीं जानते। पिछले चार साल में मरीजाें के लिए लगभग 28 करोड़ की दवाएं खरीदी जा चुकी हैं, लेकिन एक भी दवा की लेबोरेटरी में जांच नहीं करवाई गई। इससे यह इससे यह नहीं पता चल पा रहा है कि मरीजों को दी जा...
More »विलायती ठिकानों में पैसा लगाने वालों में छह सौ भारतीय
नई दिल्ली। जानकारी के अनुसार विदेशों में काला धन छिपाने वालों में नेताओं के अलावा बड़े धन्नासेठ और कर अपवंचक शामिल हैं। विदेशी ठिकानों-बैंकों में निवेश और संदिग्ध लेनदेन से जुड़े अपने तरह के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय खुलासे में खोजी अखबारनवीसों के एक समूह ने इस बात की अहम जानकारी जुटाई है कि भारत समेत दुनिया की एक लाख से ज्यादा कंपनियों, न्यासों, और निजी लोगों ने 170 देशों में...
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